अमेरिका-भारत व्यापार समझौते की दिशा में महत्वपूर्ण संकेत, टैरिफ में कमी की संभावना

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ व्यापार समझौते की दिशा में महत्वपूर्ण संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका किसी भी समय भारत पर शुल्क कम कर सकता है। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भी व्यापार वार्ता की प्रगति की पुष्टि की है, जिसमें कई संवेदनशील मुद्दों का समाधान होना बाकी है। दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते का लक्ष्य 2030 तक व्यापार की मात्रा को दोगुना करना है। जानें इस व्यापार वार्ता के बारे में और क्या-क्या हो सकता है आगे।
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अमेरिका-भारत व्यापार समझौते की दिशा में महत्वपूर्ण संकेत, टैरिफ में कमी की संभावना

डोनाल्ड ट्रंप का व्यापार समझौते पर बयान

अमेरिका-भारत व्यापार समझौते की दिशा में महत्वपूर्ण संकेत, टैरिफ में कमी की संभावना

डोनाल्ड ट्रंप.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को भारत के साथ व्यापार समझौते की प्रगति के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि अमेरिका किसी भी समय भारत पर शुल्क कम कर सकता है। यह टिप्पणी उन्होंने सर्जियो गोर के भारत में राजदूत के रूप में शपथ ग्रहण समारोह में की। ट्रंप ने अपने भाषण में कहा कि हम एक नए समझौते की दिशा में बढ़ रहे हैं, जो पहले से बहुत अलग होगा। उन्होंने कहा कि भारत के लोग अभी हमें पसंद नहीं करते, लेकिन जल्द ही वे हमें पसंद करेंगे। हमें एक अच्छा सौदा मिल रहा है, और सर्जियो, आपको इस पर ध्यान देना होगा। मुझे विश्वास है कि हम एक ऐसा समझौता करने के करीब हैं जो सभी के लिए फायदेमंद होगा।


टैरिफ में कमी की संभावना

जल्द कम हो सकता है टैरिफ

गोर के शपथ ग्रहण के बाद ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने भारत के साथ व्यापार समझौते की प्रगति के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत पर टैरिफ काफी अधिक हैं, खासकर रूसी तेल की खरीद के कारण। उन्होंने कहा कि भारत ने रूसी तेल खरीदना बंद कर दिया है, जिससे टैरिफ में कमी आएगी। ट्रंप ने यह भी कहा कि हम निश्चित रूप से टैरिफ को कम करने जा रहे हैं। इससे पहले, केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने संकेत दिया था कि भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता “बहुत अच्छी तरह से चल रही है”, लेकिन इसमें कुछ संवेदनशील मुद्दे हैं, जिनके समाधान में समय लगेगा।


व्यापार समझौते की समयसीमा

कब तक पूरी हो सकती है डील

भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता पर अपडेट देने के लिए पूछे जाने पर, मंत्री गोयल ने कहा कि बातचीत अच्छी चल रही है, लेकिन कई संवेदनशील मुद्दे हैं, इसलिए इसमें समय लगेगा। 23 अक्टूबर को दोनों देशों के वार्ताकारों ने वर्चुअल चर्चा की। द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण के लिए मार्च से अब तक पांच दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं, और इस पर हस्ताक्षर करने का लक्ष्य “2025 की शरद ऋतु” तक है। दोनों देशों के नेताओं के निर्देशों के अनुसार, इस समझौते का उद्देश्य 2030 तक व्यापार की मात्रा को 191 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़ाकर 500 अरब अमेरिकी डॉलर करना है।


गोयल का अमेरिका दौरा

प्रतिनिधिमंडल के साथ अमेरिका गए थे गोयल

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल सितंबर में अमेरिका में थे, जहां उन्होंने उच्च स्तरीय व्यापार वार्ता का नेतृत्व किया। दोनों देश एक व्यापक द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने की दिशा में काम कर रहे हैं। गोयल के साथ मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी था, जिसमें विशेष सचिव और भारत के मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल शामिल थे। मिड सितंबर में, दक्षिण और मध्य एशिया के लिए सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच के नेतृत्व में अमेरिकी अधिकारियों की एक टीम ने नई दिल्ली में भारत के वाणिज्य विभाग के अधिकारियों के साथ सकारात्मक चर्चा की, और पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते को शीघ्र पूरा करने के लिए प्रयास तेज करने का निर्णय लिया गया।