अमृतसर सांसद की स्वर्ण मंदिर को नो वॉर जोन घोषित करने की मांग

स्वर्ण मंदिर की सुरक्षा को लेकर सांसद की अपील
अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह औजला ने प्रधानमंत्री से स्वर्ण मंदिर की सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण अनुरोध किया है। उन्होंने अमृतसर को नो वॉर जोन के रूप में घोषित करने का प्रस्ताव रखा है और इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। इसी तरह, पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और गुरदासपुर के सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी मोदी को पत्र भेजकर इसी प्रकार की मांग की है। रंधावा ने सोशल मीडिया पर लिखा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि श्री अमृतसर साहिब जी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर “No-War Zone” घोषित किया जाए।
स्वर्ण मंदिर की पवित्रता की रक्षा
रंधावा ने आगे कहा कि श्री हरमंदिर साहिब केवल एक साधारण स्थल नहीं है, बल्कि यह सिख धर्म की आत्मा और शांति का प्रतीक है। उन्होंने इस पवित्र स्थल की गरिमा की रक्षा को सभी की साझा जिम्मेदारी बताया और आशा व्यक्त की कि केंद्र सरकार उनकी इस अपील को राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि शांति के प्रतीक की सुरक्षा के रूप में देखेगी। औजला ने कहा कि भारतीय सेना के एक मेजर जनरल के बयान के बाद यह मांग और भी महत्वपूर्ण हो गई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तानी वायुसेना ने स्वर्ण मंदिर को निशाना बनाने की कोशिश की थी। इस दावे ने सिख समुदाय में चिंता पैदा कर दी है।
स्वर्ण मंदिर के लिए स्थायी सुरक्षा की मांग
सांसद ने कहा कि स्वर्ण मंदिर सिख धर्म का सबसे पवित्र स्थल है, जहां विश्वभर से लाखों श्रद्धालु आते हैं। उन्होंने वेटिकन सिटी की तरह स्वर्ण मंदिर के लिए स्थायी और गैर-राजनीतिक सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है। सांसद ने संयुक्त राष्ट्र से भी इस पवित्र स्थल को अंतरराष्ट्रीय मान्यता और संरक्षण देने की अपील की है। उनका कहना है कि भविष्य में इस स्थान को किसी भी सैन्य या राजनीतिक उद्देश्य से दूर रखा जाना चाहिए। स्वर्ण मंदिर विश्व शांति का प्रतीक है और इसकी सुरक्षा भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की साझा जिम्मेदारी है। उन्होंने इस मांग पर गंभीरता से विचार करने और इसे जल्द लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया।