अमित शाह बने भारत के सबसे लंबे समय तक गृह मंत्री, रिकॉर्ड तोड़ा

अमित शाह ने केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में 2,258 दिन का कार्यकाल पूरा कर नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। उन्होंने लाल कृष्ण आडवाणी का पिछला रिकॉर्ड तोड़ा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी प्रशंसा की। शाह के कार्यकाल में अनुच्छेद 370 का निरसन, नागरिकता संशोधन अधिनियम का पारित होना, और नक्सलवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाना शामिल हैं। जानें उनके कार्यकाल की प्रमुख उपलब्धियाँ और नीतियाँ।
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अमित शाह बने भारत के सबसे लंबे समय तक गृह मंत्री, रिकॉर्ड तोड़ा

अमित शाह का ऐतिहासिक कार्यकाल

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख नेता अमित शाह ने आज भारत के केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में सबसे लंबे समय तक सेवा देने का नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। उन्होंने 2,258 दिन (6 वर्ष और 65 दिन) का कार्यकाल पूरा किया, जिससे उन्होंने लाल कृष्ण आडवाणी का पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया, जिन्होंने 2,257 दिन (6 वर्ष और 64 दिन) तक इस पद पर कार्य किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की संसदीय बैठक में शाह की इस उपलब्धि की सराहना की। अमित शाह ने 31 मई, 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के दौरान गृह मंत्री का पद संभाला और 9 जून, 2024 तक इस पद पर बने रहे। इसके बाद, उन्हें 10 जून, 2024 को फिर से गृह मंत्री नियुक्त किया गया। इसके अलावा, शाह देश के पहले सहकारिता मंत्री भी हैं। इससे पहले, उन्होंने गुजरात के गृह मंत्री के रूप में कार्य किया और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद भी संभाला।


गृह मंत्रियों की सेवा अवधि की सूची

लंबे समय तक सेवा देने वाले गृह मंत्रियों की लिस्ट

भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने 1,218 दिनों तक इस पद पर कार्य किया। गैर-भाजपा नेताओं में गोविंद बल्लभ पंत का गृह मंत्री के रूप में सबसे लंबा कार्यकाल रहा, जिन्होंने 6 वर्ष और 56 दिन तक सेवा की। भाजपा की ओर से, राजनाथ सिंह ने 5 वर्ष और 3 दिन तक इस पद पर कार्य किया। 


महत्वपूर्ण निर्णय और नीतियाँ

अनुच्छेद 370 से लेकर CAA तक

अनुच्छेद 370 का निरसन: अमित शाह के कार्यकाल का सबसे महत्वपूर्ण क्षण 5 अगस्त, 2019 को आया, जब उन्होंने राज्यसभा में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने की घोषणा की। इस निर्णय ने जम्मू और कश्मीर को विशेष स्वायत्तता का दर्जा दिया था और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया।


नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए), 2019: गृह मंत्री के रूप में शाह का एक और महत्वपूर्ण कार्य 2019 में सीएए का पारित होना था, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए गैर-मुस्लिम अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता प्रदान करना था।


नक्सलवाद: शाह की नीतियों ने नक्सली हिंसा में कमी लाई है। 2009 से 2014 के बीच नक्सली घटनाओं में 5,225 की कमी आई, जबकि 2019 से 2024 के बीच यह संख्या 600 से कम हो गई।


आतंकवाद पर नकेल: जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से संबंधित मौतों में 70 प्रतिशत की कमी आई है, जिससे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था में सुधार हुआ है।


तीन तलाक और समान नागरिक संहिता (यूसीसी):शाह ने तीन तलाक के उन्मूलन और यूसीसी की शुरुआत की भी देखरेख की।


नए आपराधिक कानून: अमित शाह ने भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, और भारतीय साक्ष्य अधिनियम को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


राम मंदिर: शाह ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


पुलिस आधुनिकीकरण: उन्होंने स्मार्ट पुलिसिंग मिशन का नेतृत्व किया, जिससे आंतरिक सुरक्षा में सुधार हुआ।


जम्मू और कश्मीर परिसीमन: अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद, शाह ने जम्मू और कश्मीर में परिसीमन प्रक्रिया की निगरानी की, जो विधानसभा चुनाव कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।