अमित शाह ने लखनऊ में 60,244 नवचयनित पुलिस रिक्रूटों को नियुक्ति पत्र सौंपे

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लखनऊ में एक भव्य समारोह में 60,244 नवचयनित पुलिस रिक्रूटों को नियुक्ति पत्र सौंपा। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए। शाह ने कहा कि यह भर्ती अभियान उत्तर प्रदेश के इतिहास में सबसे बड़ा है, जिसमें 48,196 पुरुष और 12,048 महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने की बात की और बताया कि अब भर्तियाँ पारदर्शिता के साथ की जा रही हैं। जानें इस समारोह की अन्य महत्वपूर्ण बातें।
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अमित शाह ने लखनऊ में 60,244 नवचयनित पुलिस रिक्रूटों को नियुक्ति पत्र सौंपे

लखनऊ में भव्य समारोह का आयोजन

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज लखनऊ के डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में एक भव्य समारोह में भाग लिया, जहाँ उन्होंने उत्तर प्रदेश के 60,244 नवचयनित पुलिस रिक्रूटों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे। यह भर्ती अभियान उत्तर प्रदेश के इतिहास में सबसे बड़ी एकल पुलिस भर्ती पहल मानी जा रही है। नवचयनित रिक्रूटों में 48,196 पुरुष और 12,048 महिलाएं शामिल हैं। इस अवसर पर अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के शासन में आतंकवादी हमले आम थे, जबकि पीएम मोदी के कार्यकाल में पाकिस्तान ने भारत पर तीन बार हमले की कोशिश की।


आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम

शाह ने कहा कि जब आतंकवादियों ने उरी में हमला किया, तो भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक किया। पुलवामा के बाद एयर स्ट्राइक की गई और पहलगाम में ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट किया गया। पीएम मोदी ने स्पष्ट संदेश दिया है कि भारत का खून बहाने का कोई अधिकार नहीं है और जो ऐसा करेगा, उसे सजा मिलेगी। उन्होंने यह भी बताया कि महिलाओं के लिए आरक्षण को उत्तर प्रदेश में पूरी तरह से लागू किया गया है। यदि मैं पीएम मोदी के शब्दों का उपयोग करूँ, तो आप 'अमृतकाल' में यूपी पुलिस का हिस्सा बनने जा रहे हैं।


युवाओं का नया अध्याय

उन्होंने कहा कि आज यहाँ उपस्थित युवाओं के लिए यह एक महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि 60,000 से अधिक युवा, जो विभिन्न जातियों, समुदायों और जिलों का प्रतिनिधित्व करते हैं, अब भारत के सबसे बड़े पुलिस बल का हिस्सा बनने जा रहे हैं। राज्य की कानून व्यवस्था में सुधार हो रहा है, जो 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद से संभव हुआ है।


भर्तियों में पारदर्शिता का महत्व

शाह ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले पुलिस बल में भर्तियाँ जाति के आधार पर होती थीं, लेकिन अब तकनीक के माध्यम से पारदर्शिता सुनिश्चित की गई है। आज CCTV कैमरे, कंट्रोल रूम, कमांड सेंटर और 150 से अधिक FSL यूनिट्स हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि नवचयनित रिक्रूट सुरक्षा, सेवा और संवेदनशीलता के सिद्धांतों के साथ आगे बढ़ेंगे। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि भारतीय दंड संहिता, भारतीय साक्ष्य अधिनियम और नागरिक सुरक्षा अधिनियम के तहत, अगले पांच वर्षों में नागरिकों को न्याय मिलने की प्रक्रिया को तेज किया जाएगा।