अमित शाह ने पुंछ में बीएसएफ जवानों से की बातचीत, सुरक्षा पर जोर

सीमा सुरक्षा बल के जवानों की सराहना
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को पुंछ में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों से संवाद किया। इस बातचीत के दौरान, उन्होंने कहा कि जब भी भारतीय सीमा पर कोई हमला होता है, चाहे वह संगठित हो या असंगठित, हमारे बीएसएफ के जवान सबसे पहले उसका सामना करते हैं। बीएसएफ के जवान 24 घंटे, साल के हर दिन तत्पर रहते हैं। उनकी सतर्कता और समर्पण के कारण, देश पर होने वाले हमलों का प्रभाव कम होता है, क्योंकि बीएसएफ के जवान सबसे पहले मोर्चा संभालते हैं।
जम्मू फ्रंटियर के जवानों की बहादुरी
अमित शाह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत जम्मू फ्रंटियर के बीएसएफ जवानों ने राजस्थान फ्रंटियर के जवानों के साथ मिलकर सीमा की रक्षा की। उन्होंने बताया कि जब पाकिस्तान ने हमारी सीमा और रिहायशी इलाकों पर हमला किया, तो हमारे जवानों ने जम्मू फ्रंटियर में 118 से अधिक पाकिस्तानी चौकियों को नष्ट कर दिया।
पाकिस्तान को हुआ नुकसान
शाह ने कहा कि पाकिस्तान को सबसे बड़ा नुकसान उनके सर्विलांस उपकरणों के नष्ट होने से हुआ है, जिससे वे लंबे समय तक पूरी जानकारी के साथ लड़ाई नहीं कर पाए। उन्होंने बताया कि 118 चौकियों को नष्ट करना एक बड़ी उपलब्धि है, जो केवल देशभक्ति और बलिदान के जज्बे से संभव है।
विकास की गति में रुकावट नहीं आएगी
अमित शाह ने भारत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने वालों को कड़ा जवाब देने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2014 से शुरू हुआ जम्मू-कश्मीर का विकास हालिया उकसावे के बावजूद न तो रुकेगा और न ही धीमा पड़ेगा। शाह ने पुंछ से आश्वासन दिया कि हालिया अशांति के कारण विकास में आई रुकावट अस्थायी है और केंद्र शासित प्रदेश की प्रगति जल्द ही फिर से तेज होगी।