अमित शाह ने नीतीश कुमार और मोदी की जोड़ी की सराहना की, वंशवाद पर उठाए सवाल
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार में एक जनसभा के दौरान नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जोड़ी की सराहना की। उन्होंने वंशवाद के खिलाफ आवाज उठाते हुए लालू प्रसाद यादव और सोनिया गांधी पर आरोप लगाए। शाह ने राहुल गांधी की 'मतदाता अधिकार यात्रा' को 'घुसपैठिया बचाओ यात्रा' कहा और बांग्लादेशी घुसपैठियों को बिहार की मतदाता सूची से हटाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि अब बिहार नक्सल मुक्त है, जिससे मतदान का समय बढ़ गया है।
| Nov 3, 2025, 16:30 IST
नीतीश और मोदी की साझेदारी की प्रशंसा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जोड़ी की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस साझेदारी ने बिहार को "जंगल राज" से मुक्त किया और वंशवाद का अंत किया। शाह ने राजद के नेता लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर आरोप लगाया कि वे अपने वंशजों को सत्ता में लाने का प्रयास कर रहे हैं। सीतामढ़ी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की जोड़ी ने बिहार को 'जंगल राज' से मुक्ति दिलाई है। हमने वंशवाद का अंत किया है। लालू जी और राबड़ी जी अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, जबकि सोनिया गांधी अपने बेटे को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं। लेकिन मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूँ कि न तो लालू जी का बेटा मुख्यमंत्री बनेगा और न ही सोनिया जी का बेटा प्रधानमंत्री। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश जी हैं और नरेंद्र मोदी जी केंद्र में हैं।
राहुल गांधी की यात्रा पर शाह का हमला
गृह मंत्री ने राहुल गांधी की हालिया 'मतदाता अधिकार यात्रा' पर भी निशाना साधा, इसे 'घुसपैठिया बचाओ यात्रा' करार दिया। शाह ने कहा, "राहुल गांधी हाल ही में यहाँ आए थे। उन्होंने 'घुसपैठिया बचाओ यात्रा' निकाली थी। रीगा सीमा नेपाल के निकट है। क्या बांग्लादेशी घुसपैठियों को बिहार की मतदाता सूची से नहीं हटाया जाना चाहिए? ये घुसपैठिए गरीबों का अनाज हड़प लेते हैं और युवाओं से रोजगार छीन लेते हैं। बांग्लादेश से आए लोगों को यहाँ वोट देने का कोई अधिकार नहीं है।" उन्होंने यह भी कहा कि अब बिहार नक्सल मुक्त है, जिससे पूरा बिहार शाम 5 बजे तक मतदान कर सकेगा।
बिहार विधानसभा चुनाव की जानकारी
अमित शाह ने यह भी बताया कि पहले बिहार के कई ज़िले नक्सल प्रभावित थे, जिसके कारण मतदान समय पर समाप्त नहीं हो पाता था। अब, बिहार नक्सल मुक्त हो चुका है, और मतदान 6 नवंबर और 11 नवंबर को दो चरणों में होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी।
