अमित शाह का राहुल गांधी पर कटाक्ष, बिहार में एनडीए की जीत का दावा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि विपक्षी दल आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में अपनी हार को स्वीकार कर चुके हैं। उन्होंने एसआईआर प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह कोई नई बात नहीं है और इसे पहले भी लागू किया गया है। शाह ने बिहार में एनडीए की जीत का विश्वास जताया और तेजस्वी यादव से उनके परिवार के कार्यों पर सवाल उठाए। उन्होंने मिथिला की कला को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने की बात भी की। जानें इस महत्वपूर्ण बयान के बारे में और अधिक जानकारी।
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अमित शाह का राहुल गांधी पर कटाक्ष, बिहार में एनडीए की जीत का दावा

केंद्रीय गृह मंत्री का बयान

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल बहाने बना रहे हैं क्योंकि वे आगामी राज्य विधानसभा चुनावों में अपनी हार को स्वीकार कर चुके हैं। शाह ने सवाल उठाया कि लालू प्रसाद यादव किसे बचाना चाहते हैं? क्या वे उन बांग्लादेशियों की रक्षा करना चाहते हैं जो बिहार के लोगों की नौकरियाँ छीन रहे हैं?


 


शाह ने स्पष्ट किया कि राहुल गांधी को वोट बैंक की राजनीति से बाहर निकलना चाहिए और एसआईआर कोई नई प्रक्रिया नहीं है। इसकी शुरुआत जवाहरलाल नेहरू के समय में हुई थी और 2003 में भी ऐसा ही हुआ था। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव हारने के बाद विपक्ष बहाने बना रहा है। शाह ने उपस्थित लोगों से पूछा कि क्या घुसपैठियों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जाने चाहिए या नहीं। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान उन लोगों को वोट देने का अधिकार नहीं देता जो भारत में जन्मे नहीं हैं। राहुल गांधी को संविधान को पढ़ना चाहिए। एसआईआर का विरोध इसलिए हो रहा है क्योंकि घुसपैठिए इनका वोट बैंक हैं।


 


अमित शाह ने यह भी कहा कि बिहार में एनडीए बहुमत से सरकार बनाएगी। उन्होंने तेजस्वी यादव से सवाल किया कि उनके माता-पिता ने लंबे समय तक सत्ता में रहकर क्या किया? गुंडागर्दी और अपहरण के अलावा मिथिलांचल के विकास के लिए उनका क्या योगदान रहा है? शाह ने कहा कि कांग्रेस और लालू संसद में ऑपरेशन सिंदूर का विरोध कर रहे हैं। उन्हें यह समझना चाहिए कि यह नरेंद्र मोदी की सरकार है, और देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने का किसी को अधिकार नहीं है।


 


उन्होंने आगे कहा कि मोदी जी ने वैश्विक स्तर पर मिथिला की कला को बढ़ावा दिया है। उन्होंने अर्जेंटीना की उपराष्ट्रपति को मधुबनी पेंटिंग भेंट की और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति को भी मिथिलांचल की कला का नमूना दिखाया। माँ जानकी की जन्मस्थली पर बनने वाला यह भव्य मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि मिथिलांचल के विकास की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि मिथिला, वाल्मीकि रामायण से लेकर महाभारत और बौद्ध व जैन साहित्य तक, हमारी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है।