अमित शाह का ममता बनर्जी पर हमला: घुसपैठ और भ्रष्टाचार के मुद्दे उठाए
ममता बनर्जी पर आरोप
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उन्होंने बांग्लादेश से बढ़ती घुसपैठ और अशांति के बीच सीमा पर बाड़बंदी को रोकने का काम किया है। यह बयान 2026 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले आया है, जिसमें शाह ने राज्य में भाजपा के आक्रामक राजनीतिक रुख का संकेत दिया है।
भ्रष्टाचार और विकास में रुकावट
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शाह ने कहा कि ममता बनर्जी के शासन में भ्रष्टाचार के कारण पश्चिम बंगाल का विकास ठप हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी द्वारा शुरू की गई कल्याणकारी योजनाएं यहां टोल सिंडिकेट के कारण प्रभावित हुई हैं। पिछले 14 वर्षों से डर और भ्रष्टाचार ने पश्चिम बंगाल की पहचान बना ली है। शाह ने कहा कि 15 अप्रैल, 2026 के बाद, जब भाजपा सरकार बनेगी, तब हम बंगाल की संस्कृति और विरासत को पुनर्जीवित करेंगे।
घुसपैठ का मुद्दा
उन्होंने यह भी कहा कि त्रिपुरा और असम में घुसपैठ रुक गई है, जबकि पश्चिम बंगाल में यह जारी है। शाह ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि वह राजनीतिक लाभ के लिए घुसपैठ को बढ़ावा दे रही हैं। उन्होंने सवाल किया कि कौन सी सरकार सीमा पर बाड़ लगाने के लिए जमीन देने से इनकार करती है। शाह ने ममता से पूछा कि घुसपैठिए बंगाल में क्यों आते हैं और राज्य सरकार इनको वापस क्यों नहीं भेज रही है।
राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा
अमित शाह ने स्पष्ट किया कि पश्चिम बंगाल की सीमा से घुसपैठ राष्ट्रीय सुरक्षा का गंभीर मुद्दा है। उन्होंने राज्य में भाजपा सरकार बनाने का समर्थन किया ताकि घुसपैठ को रोकने के लिए सीमाओं को सील किया जा सके। शाह ने कहा कि यह केवल राज्य का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह पूरे देश की सुरक्षा से जुड़ा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भाजपा पश्चिम बंगाल में दो-तिहाई बहुमत से सरकार बनाएगी।
