अमित शाह का बयान: घुसपैठ से बढ़ी मुस्लिम आबादी, विपक्ष पर कड़ा हमला

घुसपैठ का मुद्दा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में कहा कि देश में मुसलमानों की जनसंख्या का बढ़ना प्रजनन दर के कारण नहीं, बल्कि पाकिस्तान और बांग्लादेश से हो रही घुसपैठ के चलते है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मतदान का अधिकार केवल भारतीय नागरिकों को मिलना चाहिए।
संविधान की भावना पर असर
अमित शाह ने कहा कि वोटर लिस्ट में घुसपैठियों का होना संविधान की भावना को प्रभावित करता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि मतदान का अधिकार केवल भारतीय नागरिकों के लिए होना चाहिए।
कड़े संकेत दिए
वोटर लिस्ट के विशेष गहन संशोधन (SIR) की प्रक्रिया का समर्थन करते हुए शाह ने कहा कि केंद्र सरकार घुसपैठियों के खिलाफ 'पता लगाने, हटाने और निर्वासित करने' की नीति पर कार्य कर रही है।
विपक्ष पर तीखा हमला
अमित शाह ने कहा कि घुसपैठ और चुनाव आयोग की SIR प्रक्रिया को राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं देखना चाहिए, बल्कि इसे एक राष्ट्रीय मुद्दा मानना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस इस मुद्दे पर विरोध कर रही है क्योंकि इससे उनके वोट बैंक पर असर पड़ रहा है।
निष्पक्ष चुनाव की आवश्यकता
उन्होंने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव तभी संभव हैं जब वोटर लिस्ट में सही मतदाताओं की पहचान हो। मतदाता का अर्थ है कि वह भारतीय नागरिक हो और निर्धारित उम्र प्राप्त कर चुका हो।
घुसपैठिए और शरणार्थी में अंतर
अमित शाह ने घुसपैठियों और शरणार्थियों के बीच का अंतर स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि शरणार्थी अपने धर्म की रक्षा के लिए भारत आते हैं, जबकि घुसपैठिए आर्थिक कारणों से अवैध रूप से देश में प्रवेश करते हैं।
धर्मशाला बनने का खतरा
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि हर कोई जो भारत आना चाहता है, उसे अनुमति दी जाती है, तो यह देश एक धर्मशाला में बदल जाएगा।