अमित खरे की नई भूमिका: उपराष्ट्रपति के सचिव के रूप में नियुक्ति

अमित खरे, जो झारखंड कैडर के सेवानिवृत्त IAS अधिकारी हैं, को हाल ही में उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन का सचिव नियुक्त किया गया है। उनकी यह नियुक्ति तीन वर्षों के लिए होगी। खरे ने प्रधानमंत्री के सलाहकार के रूप में कार्य किया है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जानें उनके करियर, शिक्षा और नए उपराष्ट्रपति के बारे में।
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अमित खरे की नई भूमिका: उपराष्ट्रपति के सचिव के रूप में नियुक्ति

नियुक्ति की जानकारी

पूर्व नौकरशाह अमित खरे को हाल ही में नए उपराष्ट्रपति, सी.पी. राधाकृष्णन के सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति कैबिनेट की नियुक्ति समिति द्वारा जारी आदेश के अनुसार की गई है। खरे की यह नियुक्ति तीन वर्षों के लिए होगी और यह आदेश केवल कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग द्वारा जारी किया गया है। यह आदेश उनके कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से प्रभावी होगा और इसमें सचिव के पद और वेतन का उल्लेख है।


अमित खरे कौन हैं?

अमित खरे, झारखंड कैडर के 1985 बैच के सेवानिवृत्त IAS अधिकारी हैं। अक्टूबर 2021 से वे प्रधानमंत्री के सलाहकार के रूप में कार्यरत थे, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय के तहत सामाजिक क्षेत्र से संबंधित विषयों का प्रबंधन किया। वे राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के निर्माण और कार्यान्वयन में भी शामिल थे।


खरे की शिक्षा

खरे ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से स्नातक की डिग्री प्राप्त की और IIM अहमदाबाद से व्यवसाय प्रबंधन में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा केंद्रीय विद्यालय, हिनू से 1977 में पूरी की।


नए उपराष्ट्रपति – सी. पी. राधाकृष्णन

चंद्रपुरम पोननुसामी राधाकृष्णन ने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस समारोह में शपथ दिलाई, जिसमें सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। राधाकृष्णन NDA के उम्मीदवार थे और उन्होंने 9 सितंबर को हुए चुनाव में 452 वोट प्राप्त कर विपक्षी उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को हराया।