अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा प्रबंधों की पूरी तैयारी: मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा प्रबंधों की पूरी तैयारी की जानकारी दी। उन्होंने तीर्थयात्रियों के सुरक्षित और सुचारू संचालन की उम्मीद जताई। यात्रा 2 जुलाई को जम्मू से शुरू होगी और 3 जुलाई से तीर्थयात्रा प्रारंभ होगी। जम्मू पुलिस ने सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कई जांच चौकियां स्थापित की हैं। जानें यात्रा के मार्ग और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी।
 | 
अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा प्रबंधों की पूरी तैयारी: मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला

मुख्यमंत्री का बयान

सोमवार को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बताया कि अमरनाथ यात्रा के सफल संचालन के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वे यात्रा के सुरक्षित और सुचारू संचालन की आशा करते हैं। उमर ने कहा, "हम प्रार्थना करते हैं कि यात्रा सफल हो, तीर्थयात्री बड़ी संख्या में आएं, प्रार्थना करें और सुरक्षित लौटें।" उन्होंने तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने की बात कही।


यात्रा की तैयारी

उमर अब्दुल्ला ने यह भी बताया कि उपराज्यपाल ने राजनीतिक दलों और नागरिक समाज के साथ दो बैठकें की हैं। सभी सुरक्षा उपाय किए गए हैं और तीर्थयात्रियों के आगमन का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। यात्रा को 2 जुलाई को जम्मू से हरी झंडी दिखाई जाएगी। उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि तीर्थयात्री बड़ी संख्या में आएंगे और हम प्रार्थना करते हैं कि वे सुरक्षित घर लौटें।" जम्मू-कश्मीर में बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के तहत 3 जुलाई से अमरनाथ यात्रा शुरू होगी।


सुरक्षा व्यवस्था

जम्मू पुलिस ने अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कई जांच चौकियां स्थापित की हैं। अधिकारियों के अनुसार, यह कदम यात्रा से पहले किसी भी संभावित खतरे को नाकाम करने के लिए उठाया गया है। वार्षिक 38 दिवसीय तीर्थयात्रा दो मार्गों से शुरू होगी। तीर्थयात्री पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे पहलगाम मार्ग या 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग का चयन कर सकते हैं, जो 3,880 मीटर ऊंचे अमरनाथ गुफा मंदिर तक जाता है।