अमरनाथ यात्रा: 7,500 तीर्थयात्रियों का नया जत्था जम्मू से रवाना

अमरनाथ गुफा मंदिर की तीर्थयात्रा
दक्षिण कश्मीर के हिमालयी क्षेत्र में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए मंगलवार रात को 7,500 से अधिक तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था जम्मू से निकला। अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की।
गुफा मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या अब एक लाख से अधिक हो गई है। तीर्थयात्रा 38 दिनों की है, जो तीन जुलाई से शुरू हुई थी। यात्रा के लिए दो मार्ग हैं: पहला अनंतनाग जिले का पारंपरिक नुनवान-पहलगाम मार्ग, जो 48 किलोमीटर लंबा है, और दूसरा गांदरबल जिले का 14 किलोमीटर का बालटाल मार्ग, जो अधिक खड़ी चढ़ाई वाला है। यात्रा का समापन नौ अगस्त को होगा।
अधिकारियों के अनुसार, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और पुलिस की सुरक्षा में 5,719 पुरुषों, 1,577 महिलाओं और 40 बच्चों सहित 7,579 तीर्थयात्रियों का आठवां जत्था तड़के तीन बजकर 25 मिनट से तीन बजकर 40 मिनट के बीच भगवती नगर आधार शिविर से 318 वाहनों में सवार होकर कश्मीर के दोनों आधार शिविरों के लिए रवाना हुआ।
पहला काफिला 142 वाहनों में 3,031 तीर्थयात्रियों को लेकर बालटाल मार्ग के लिए निकला, इसके बाद 176 वाहनों में 4,548 तीर्थयात्रियों का दूसरा जत्था पहलगाम मार्ग से यात्रा कर रहा है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने दो जुलाई को अमरनाथ गुफा के लिए तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई थी। जम्मू में त्योहार जैसा माहौल है, जहां बाजारों, सामुदायिक रसोइयों और आवास केंद्रों में बड़ी संख्या में तीर्थयात्री देखे जा रहे हैं। अब तक 3.5 लाख से अधिक लोगों ने तीर्थयात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया है।
जम्मू में 34 आवास केंद्र स्थापित किए गए हैं, और तीर्थयात्रियों को ‘रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन’ (आरएफआईडी) टैग जारी किए जा रहे हैं। मौके पर पंजीकरण के लिए 12 काउंटर भी स्थापित किए गए हैं।
लखनपुर से बनिहाल तक जम्मू क्षेत्र के विभिन्न आवास केंद्रों पर 50,000 से अधिक लोगों के लिए भोजन और आवास की व्यवस्था की गई है। इस उद्देश्य के लिए 100 से अधिक आवास केंद्र स्थापित किए गए हैं।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की कुल 180 कंपनियां तैनात की गई हैं, जो पिछले वर्षों की तुलना में 30 अधिक हैं।