अमरनाथ यात्रा 2025: सुरक्षा और व्यवस्थाओं की तैयारी

अमरनाथ यात्रा 2025 में लाखों भक्त शामिल होंगे, जिसमें सुरक्षा के लिए विशेष उपाय किए जा रहे हैं। यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त को समाप्त होगी। इस बार सुरक्षा के लिए जैमर और अन्य तकनीकी उपायों का उपयोग किया जाएगा। जानें इस यात्रा की तैयारी और सुरक्षा व्यवस्थाओं के बारे में अधिक जानकारी।
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अमरनाथ यात्रा 2025: सुरक्षा और व्यवस्थाओं की तैयारी

अमरनाथ यात्रा की तिथियाँ और महत्व

2025 में अमरनाथ यात्रा में देश और विदेश से लाखों भक्त भगवान शिव की आराधना के लिए शामिल होंगे। यह वार्षिक आध्यात्मिक यात्रा, जिसमें प्राकृतिक बर्फ के शिवलिंग की पूजा की जाती है, हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक मानी जाती है। इस वर्ष यात्रा की शुरुआत 3 जुलाई 2025 को होगी और यह रक्षा बंधन के दिन, 9 अगस्त 2025 को समाप्त होगी।


सुरक्षा की तैयारी

इस साल अमरनाथ यात्रा के लिए 581 कंपनियों की केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) की तैनाती की जाएगी। यह यात्रा पहली बार 38 दिनों की अवधि में आयोजित की जाएगी। सुरक्षा के लिए, यात्रा के काफिले में जैमर का उपयोग किया जाएगा, और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों द्वारा सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। काफिले के गुजरने के दौरान, यात्रा मार्गों और राष्ट्रीय राजमार्गों की ओर जाने वाली सभी सड़कों को अस्थायी रूप से बंद किया जाएगा।


सुरक्षा उपायों की विस्तृत जानकारी

सुरक्षा के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं, जिनमें मार्गों को सुरक्षित और साफ करने के लिए रोड ओपनिंग पार्टियां (ROP), खतरों पर त्वरित प्रतिक्रिया के लिए त्वरित कार्रवाई दल (QAT), विस्फोटकों का पता लगाने और निष्क्रिय करने के लिए बम निरोधक दस्ते (BDS), विशेष रूप से प्रशिक्षित खोजी कुत्तों की के9 इकाइयां, और हवाई निगरानी के लिए ड्रोन शामिल हैं। ये सभी व्यवस्थाएँ जम्मू और कश्मीर में अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों पर लागू होंगी।