अभिषेक बनर्जी ने टीएमसी सांसदों को दी सख्त चेतावनी, पार्टी की छवि बनाए रखने का दिया निर्देश
टीएमसी सांसदों के विवादों पर अभिषेक बनर्जी की सख्त प्रतिक्रिया
रचना बनर्जी, अभिषेक बनर्जी और महुआ मोइत्रा.
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने कई विवादों का सामना किया है। इन मुद्दों के बीच, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और लोकसभा में नेता अभिषेक बनर्जी ने बुधवार को टीएमसी संसदीय कार्यालय में एक बैठक आयोजित की। इस बैठक में उन्होंने पार्टी के नेताओं को फटकार लगाते हुए कहा कि उन्हें ऐसा कोई कार्य नहीं करना चाहिए जिससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचे।
अभिषेक बनर्जी ने सांसदों को उनके व्यक्तिगत व्यवहार और जीवनशैली के बारे में भी चेतावनी दी।
अभिषेक बनर्जी ने बिना पार्टी की अनुमति के अन्य पार्टी नेताओं और सांसदों से मिलने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि किसी भी सदस्य का व्यवहार पार्टी की छवि को प्रभावित नहीं करना चाहिए।
केंद्रीय मंत्रियों से बिना अनुमति न मिलें
अभिषेक बनर्जी ने सांसदों को निर्देश दिया कि वे पार्टी नेतृत्व की अनुमति के बिना किसी केंद्रीय मंत्री से न मिलें। हाल ही में, सांसद रचना बनर्जी ने लोकसभा नेतृत्व को सूचित किए बिना रेल मंत्री से मिलने का समय लिया था।
उन्होंने यह भी कहा कि सांसदों को बिना पार्टी की अनुमति के अन्य पार्टियों के कार्यक्रमों में शामिल नहीं होना चाहिए। हाल ही में, एक वरिष्ठ सांसद सौगत रॉय ने शरद पवार के जन्मदिन की पार्टी में भाग लिया, जबकि महुआ मोइत्रा जिंदल की बेटी की शादी में गई थीं। इस पर अभिषेक बनर्जी ने नाराजगी जताई।
सांसदों को पार्टी की प्रतिष्ठा बनाए रखने की सलाह
अभिषेक बनर्जी ने सांसदों से कहा कि वे टीएमसी के प्रतिनिधि के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को निभाएं और अपने निर्वाचन क्षेत्र की प्रतिष्ठा को बनाए रखें। जादवपुर की सांसद शाइनी घोष पर पार्टी में जाने का आरोप है, जबकि कीर्ति आजाद पर लोकसभा में ई-सिगरेट पीने का आरोप लगा है। भाजपा ने इस मुद्दे को उठाया था।
इसके अलावा, अभिषेक बनर्जी ने सांसदों को सेंट्रल एलोकेशन के मुद्दे को बार-बार उठाने का निर्देश दिया और संसद में सवाल पूछने में उनकी भूमिका की सराहना की।
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