अब्बास अंसारी को भड़काऊ भाषण के लिए मिली दो साल की सजा

अंसारी को मिली सजा
उत्तर प्रदेश में एमपी और एमएलए कोर्ट ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक अब्बास अंसारी को भड़काऊ भाषण देने के आरोप में दो साल की कैद की सजा सुनाई है। इसके साथ ही, उनके सहयोगी मंसूर अंसारी को भी छह महीने की सजा दी गई है। सीजेएम (एमपी-एमएलए) कृष्ण प्रताप सिंह ने आईपीसी की धारा 506 के तहत अधिकतम दो साल की सजा और 3000 रुपये का जुर्माना लगाया है।
अदालत में उपस्थित रहे अंसारी
जब अदालत ने अब्बास को दोषी ठहराया, तब वह शारीरिक रूप से अदालत में मौजूद थे। उनके आगमन के कारण कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया गया था। मऊ सदर सीट से सपा-एसबीएसपी गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में 2022 के विधानसभा चुनाव में अंसारी ने 3 मार्च, 2022 को पहाड़पुर क्षेत्र में एक जनसभा में अधिकारियों को धमकाते हुए कहा था कि, 'सपा के नेतृत्व वाली सरकार बनने के बाद, अधिकारियों को अपने पिछले कार्यों का हिसाब देना होगा।'
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ भाषण
अब्बास का भाषण, जो उन्होंने पहाड़पुर में दिया था, 3 मार्च की रात से सोशल मीडिया पर तेजी से फैलने लगा। इस वीडियो में वह यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं, 'मऊ से चुनाव लड़ने से पहले मेरी अखिलेश भैया (सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव) से विस्तृत बातचीत हुई थी। मैंने कहा था कि सरकार बनने के बाद छह महीने तक अधिकारियों की ट्रांसफर लिस्ट जारी नहीं की जानी चाहिए। पहले अधिकारियों को अपने काम का हिसाब देना होगा।'