अनुराग ठाकुर ने जर्मनी में आतंकवाद पर कड़ी चेतावनी दी

न्यूज9 ग्लोबल समिट का उद्घाटन

भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर.
भारत के प्रमुख न्यूज नेटवर्क द्वारा आयोजित न्यूज9 ग्लोबल समिट का दूसरा संस्करण गुरुवार को जर्मनी के स्टटगार्ट में आरंभ हुआ। इस समिट में भाग लेते हुए भाजपा सांसद और भारत सरकार की कोयला, खान एवं इस्पात संबंधी संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने टीवी9 की भूमिका की सराहना की। उन्होंने पाकिस्तान को आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए कड़ी चेतावनी दी और कहा कि भारत किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है।
अनुराग ठाकुर ने इस मौके पर भारत और जर्मनी के बीच विकासात्मक संबंधों पर जोर दिया और पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हो रहे विकास की चर्चा की।
उन्होंने कहा कि जर्मनी भारत का एक विश्वसनीय मित्र है, और हमारी दोस्ती समय की कसौटी पर खरी उतरी है। उन्होंने टीवी9 को समिट में आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि उनके लिए टीवी9 अब केवल एक न्यूज चैनल नहीं, बल्कि एक महत्वपूर्ण मीडिया प्लेटफॉर्म है।
टीवी9 का पत्रकारिता में योगदान
टीवी9 ने पत्रकारिता का ऊंचा ग्लोबल मापदंड बनाया
अनुराग ठाकुर ने कहा कि टीवी9 ने पत्रकारिता के क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित किया है। जब देश में नकारात्मक प्रचार चल रहा है, तब टीवी9 ने हमेशा सत्य के साथ खड़ा रहकर भारत के उत्थान की दिशा में काम किया है।
उन्होंने कहा कि टीवी9 ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में हो रहे विकास को उजागर किया है। भारत एक लोकतांत्रिक और समावेशी समाज है, और मोदी के नेतृत्व में देश अपनी क्षमताओं को फिर से खोज रहा है।
आतंकवाद पर कड़ी चेतावनी
किसी भी आतंकी हमले का मिलेगा मुंहतोड़ जवाब
अनुराग ठाकुर ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में भारत के खिलाफ कई घटनाएं हुई हैं, जिसमें जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले शामिल हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि आतंकवाद के पीछे कौन सा देश है, जो इसे विश्व में निर्यात करता है।
“World can’t tolerate double standards on the issue of terrorism… India will respond to any terrorist attack” @ianuragthakur
at the #News9GlobalSummit2025 #News9GlobalSummit #Sttutgart #IndiaGermany pic.twitter.com/bOMHIikp36— News9 (@News9Tweets) October 9, 2025
उन्होंने कहा कि भारत किसी भी आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। भारत का प्रतिनिधिमंडल जर्मनी के साथ कई देशों में गया है, और सभी ने भारत के दृष्टिकोण का समर्थन किया है।