अनुराग ठाकुर का राहुल गांधी पर हमला: कांग्रेस के बहाने और चुनावी हार

भाजपा सांसद का कटाक्ष
भाजपा के सांसद अनुराग ठाकुर ने बुधवार को लोकसभा में राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों पर तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हर चुनाव हारने के बाद नए बहाने खोजती है। ठाकुर ने यह भी कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में हार की आशंका के चलते कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर झूठे आरोप लगाने में जुट गई है। भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि अगर किसी के नेतृत्व में 90 बार चुनाव हारने का रिकॉर्ड है, तो वह राहुल गांधी का है।
ईवीएम पर सवाल उठाना
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए ठाकुर ने कहा कि जब कांग्रेस चुनाव हारती है, तो वह ईवीएम पर सवाल उठाने लगती है या मतदाताओं को दोष देती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पहले ईवीएम में हेराफेरी का आरोप लगाया, फिर बैलेट पेपर की मांग की, और अब वीवीपैट की जांच की बात कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने कभी आत्मचिंतन नहीं किया, बल्कि ईवीएम और संवैधानिक संस्थाओं पर निरंतर आरोप लगाती रही है।
भ्रष्टाचार का इतिहास
अनुराग ठाकुर ने कहा कि अगर हम 1952 से शुरुआत करें, तो कांग्रेस और सीपीआई ने डॉ. भीमराव अंबेडकर को चुनाव में हराने का काम किया। उन्होंने कहा कि चुनावी भ्रष्टाचार की नींव कांग्रेस ने पहले चुनाव में ही रखी थी। रिकॉर्ड के अनुसार, 74,333 वोट रद्द किए गए जबकि अंबेडकर केवल 14,561 वोट से हारे थे। यह कांग्रेस द्वारा संविधान निर्माता के साथ धोखाधड़ी का एक स्पष्ट उदाहरण है।
कांग्रेस का चुनावी रवैया
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस का यह पुराना चलन रहा है कि जब चुनाव हारते हैं, तो चुनाव आयोग या मतदाताओं पर सवाल उठाते हैं। इंदिरा गांधी ने कहा था कि मतदाता मूर्खों का समूह हैं। राजीव गांधी ने बैलेट पेपर पर आरोप लगाया था। राहुल गांधी ने भी 5 बजे के बाद वोटों की संख्या बढ़ने का आरोप लगाया, जबकि आंकड़े इसके विपरीत हैं।
कांग्रेस का असली एजेंडा
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब कांग्रेस वोट चोरी का आरोप लगाती है, तो उसका असली एजेंडा स्पष्ट होता है। यह घुसपैठियों के वोट बैंक को बचाने और राष्ट्र की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का प्रयास है। उन्होंने राहुल गांधी को सलाह दी कि वे अपने चेहरे पर धूल को साफ करें।