अनशुल कंबोज का टेस्ट डेब्यू: 'AK47' की कहानी

अनशुल कंबोज का सपना साकार
अनशुल कंबोज की मेहनत और समर्पण का फल आखिरकार मिल गया। युवा तेज गेंदबाज ने इंग्लैंड के खिलाफ ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट में भारत के लिए अपना लंबे समय से प्रतीक्षित टेस्ट डेब्यू किया। अनशुल अब उन 318 खिलाड़ियों की सूची में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व किया है। पूर्व क्रिकेटर दीप दासगुप्ता ने उन्हें डेब्यू कैप सौंपी, जो उनके लिए जीवन भर यादगार पल रहेगा।
डेब्यू की अनोखी कहानी
इस पहले श्रेणी के डेब्यू की खास बात यह है कि अनशुल को प्रारंभ में दौरे की टीम में शामिल नहीं किया गया था। लेकिन जब अर्शदीप सिंह की चोट के बाद उन्हें प्रतिस्थापन के रूप में बुलाया गया, तो उन्होंने मौके का पूरा फायदा उठाया। अब, एक निर्णायक मैच में, जहां भारत श्रृंखला में 1-2 से पीछे है, कर्णाल के इस खिलाड़ी पर सभी की नजरें होंगी।
टीम के साथी क्यों कहते हैं 'AK47'
घर पर अनशुल कंबोज को प्यार से 'AK47' कहा जाता है, जो उनके नाम के पहले अक्षर और जर्सी नंबर (47) का संदर्भ है। लेकिन इस उपनाम का एक और अर्थ भी है। अपनी आक्रामक गति और तेज गेंदबाजी के लिए मशहूर, यह नाम उनके गेंदबाजी के तरीके को सही रूप से दर्शाता है।
मैनचेस्टर से ऐतिहासिक संबंध
अनशुल के डेब्यू के साथ एक दिलचस्प तथ्य जुड़ा हुआ है। ओल्ड ट्रैफर्ड में टेस्ट मैच में डेब्यू करने वाले पिछले भारतीय खिलाड़ी अनिल कुंबले थे, जो 35 साल पहले 1990 में खेले थे। संयोग से, दोनों ने घरेलू क्रिकेट में एक पारी में सभी 10 विकेट लेने की दुर्लभ उपलब्धि हासिल की है।
उत्कृष्ट घरेलू रिकॉर्ड
अनशुल ने घरेलू क्रिकेट में खुद को लगातार साबित किया है। 41 प्रथम श्रेणी मैचों में उन्होंने 79 विकेट लिए हैं, जिनकी औसत 22.88 है। 2024-25 रणजी ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन शानदार रहा, जहां उन्होंने केवल छह मैचों में 34 विकेट लिए। उन्होंने केरल के खिलाफ एक मैच में 10 विकेट लेने की उपलब्धि भी हासिल की, जो क्रिकेट की दुनिया में चर्चा का विषय बना।
ग्लेन मैक्ग्रा से प्रेरणा
अनशुल कंबोज अपने प्रेरणास्त्रोत के रूप में ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा को मानते हैं। उनकी निरंतरता और सटीकता के लिए जाने जाने वाले मैक्ग्रा का प्रभाव अनशुल के खेल में स्पष्ट है। उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा, "मैं उनकी गेंदबाजी के वीडियो नियमित रूप से देखता हूं और सही लाइन और लेंथ पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करता हूं।"
अनशुल की यात्रा
अनशुल की यात्रा एक कठिन संघर्ष की कहानी है। जब भारत श्रृंखला में बने रहने के लिए संघर्ष कर रहा है, तब सभी की नजरें 'AK47' पर होंगी कि क्या वह अपने डेब्यू पर प्रदर्शन कर पाएंगे।