अनंतनाग में चेहरों की पहचान प्रणाली से आतंकवादी सहयोगी की गिरफ्तारी

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में वार्षिक अमरनाथ यात्रा से पहले एक चेहरों की पहचान प्रणाली स्थापित की गई है, जिसके माध्यम से एक सक्रिय आतंकवादी सहयोगी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इस प्रणाली की मदद से संदिग्ध को पकड़ा और सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की जानकारी दी। यात्रा की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, लंगनबल नाके पर उच्च-क्षमता वाले कैमरे लगाए गए हैं। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और सुरक्षा उपायों के बारे में।
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अनंतनाग में चेहरों की पहचान प्रणाली से आतंकवादी सहयोगी की गिरफ्तारी

सुरक्षा उपायों में वृद्धि

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में वार्षिक अमरनाथ यात्रा से पहले एक चेहरों की पहचान प्रणाली स्थापित की गई है, जिसके माध्यम से एक सक्रिय आतंकवादी सहयोगी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इस बारे में जानकारी दी है।


पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में बताया, 'अनंतनाग पुलिस ने लंगनबल नाके पर हाल ही में चेहरों की पहचान प्रणाली लागू की है। इस प्रणाली के जरिए एक संदिग्ध आतंकवादी सहयोगी को पकड़ा गया है।' पुलिस ने यह भी बताया कि आरोपी को हिरासत में लिया गया है और जांच जारी है।


पुलिस ने कहा, 'अमरनाथ यात्रा 2025 की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।' एक अधिकारी ने बताया कि तीन जुलाई से शुरू होने वाली यात्रा के लिए सुरक्षा उपायों को बढ़ा दिया गया है।


अधिकारी ने बताया कि यात्रा मार्ग पर लंगनबल नाके पर उच्च-क्षमता वाले चार कैमरों के साथ एक 'फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम' (एफआरएस) स्थापित किया गया है।


उन्होंने कहा, 'आज, नए स्थापित एफआरएस का उपयोग करते हुए नियमित निगरानी के दौरान, प्रणाली ने एक संदिग्ध व्यक्ति को सफलतापूर्वक पहचाना, जिसका चेहरा सुरक्षा डेटाबेस में मौजूद प्रविष्टियों से मेल खाता था।'