अधीर रंजन चौधरी ने राहुल गांधी का समर्थन किया, लोकतंत्र की रक्षा पर जोर

राहुल गांधी के बयान पर अधीर रंजन का समर्थन

राहुल गांधी और अधीर रंजन चौधरी
अमेरिका में राहुल गांधी के हालिया बयान पर बीजेपी के कई नेता उन पर हमलावर हो गए हैं। इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने राहुल के विचारों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जो कुछ भी कह रहे हैं, वह देश में हो रही घटनाओं की सच्चाई को उजागर कर रहे हैं। इसमें गलत क्या है?
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी की बातें हमारे देश में हो रही घटनाओं के संदर्भ में हैं। उदाहरण के लिए, सोनम वांगचुक के मामले को लें, क्या कोई यह कह सकता है कि एक लोकतांत्रिक देश में ऐसा होना चाहिए? पूरी दुनिया देख रही है कि गाजा और फिलिस्तीन में क्या हो रहा है। आम जनता पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ हमें इजरायल के हमलों का विरोध करना चाहिए, लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया है।
कांग्रेस का संविधान की रक्षा का संकल्प
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष शुरू किया था, जो आज भी जारी है। उन्होंने कहा कि राहुल की यह लड़ाई देश को चीन और रूस जैसे तानाशाही देशों में बदलने से रोकने के लिए है। जिस तरह वहां तानाशाही है, वैसा ही शासन यहां स्थापित करने की कोशिश की जा रही है। राहुल गांधी इस प्रक्रिया को रोकने का प्रयास कर रहे हैं, तो इसमें गलत क्या है? उन्होंने अमेरिका में जो बातें की हैं, वे हमारे देश में हो रही घटनाओं का ही जिक्र हैं।
राहुल गांधी की निडरता
कांग्रेस नेता ने राहुल गांधी को एक निडर नेता बताया। उन्होंने कहा कि राहुल सच बोलने से नहीं डरते हैं। वह स्पष्टता से कहते हैं कि सफेद सफेद है और काला काला है। कोई भी इन रंगों को नहीं बदल सकता। अधीर ने कहा कि राहुल गांधी में ताकत है और वह एक निडर नेता हैं।
राहुल गांधी का अमेरिका में बयान
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी वर्तमान में अमेरिका की यात्रा पर हैं। उन्होंने कोलंबिया की EIA यूनिवर्सिटी में ‘द फ्यूचर इज टुडे’ कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि RSS और भाजपा की विचारधारा में कायरता है। इसके लिए उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर के 2023 में चीन के संदर्भ में दिए गए बयान का हवाला दिया। उनका कहना है कि वे कमजोरों पर हमला करते हैं और ताकतवरों से भागते हैं। यही भाजपा और RSS का स्वभाव है.