अधिक सोने के स्वास्थ्य पर प्रभाव: जानें क्यों है यह हानिकारक

अधिक सोना स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, लेकिन इसकी अधिकता कई समस्याएं उत्पन्न कर सकती है। यह मोटापे, मधुमेह, और हृदय रोग का कारण बन सकता है। जानें कैसे अधिक सोने से अवसाद और शारीरिक गतिविधियों में कमी आती है। इस लेख में हम अधिक सोने के दुष्प्रभावों पर चर्चा करेंगे और आपको बताएंगे कि इसे कैसे नियंत्रित किया जा सकता है।
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अधिक सोने के स्वास्थ्य पर प्रभाव: जानें क्यों है यह हानिकारक

अधिक सोने के दुष्प्रभाव

नई दिल्ली: सोना स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, लेकिन इसकी अधिकता हानिकारक हो सकती है। अक्सर छुट्टियों में लोग ज्यादा सोने की इच्छा रखते हैं, लेकिन जब यह आदत बन जाती है, तो स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। अधिक सोने से मोटापा और मधुमेह जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।


जब कोई व्यक्ति अधिक समय तक सोता है, तो उसकी शारीरिक गतिविधि बहुत कम हो जाती है। ऐसे में लोग ज्यादातर समय बैठकर या सोकर बिताते हैं, जिससे वजन बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा, यह पाचन क्रिया को भी प्रभावित करता है, जिससे कब्ज की समस्या हो सकती है।


अधिक सोने से शुगर लेवल बढ़ने का खतरा भी बढ़ जाता है। एक अध्ययन के अनुसार, 9 घंटे से अधिक नींद लेने से शरीर में शुगर का स्तर बढ़ सकता है।


अमेरिकन एकेडमी ऑफ स्लीप मेडिसिन के अनुसार, ज्यादा नींद लेने से हृदय रोग का खतरा भी बढ़ता है। अध्ययन में पाया गया है कि जो महिलाएं 9 से 11 घंटे सोती हैं, उनमें हृदय रोग का खतरा 38 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।


आपको जानकर आश्चर्य होगा कि अत्यधिक सोना अवसाद का कारण भी बन सकता है। हाल ही में एक अध्ययन में यह पाया गया कि ज्यादा सोने से अवसाद की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसके अलावा, अधिक सोने से व्यक्ति में सुस्ती बनी रहती है, जिससे दैनिक कार्यों में रुचि कम हो जाती है।


पीठ दर्द: लंबे समय तक कुर्सी पर बैठकर काम करने वाले लोग यदि अधिक सोते हैं, तो उन्हें पीठ, गर्दन और कंधों में दर्द की समस्या हो सकती है।