अजीबोगरीब कहानी: 32 वर्षों में 105 शादियाँ करने वाला व्यक्ति

एक व्यक्ति ने 32 वर्षों में 105 महिलाओं से विवाह किया, बिना तलाक लिए। उसकी कहानी में धोखाधड़ी और पहचान छिपाने के कई पहलू हैं। जानिए कैसे एक महिला ने उसकी सच्चाई को उजागर किया और उसे गिरफ्तार कराया। यह कहानी रिश्तों के प्रति एक महत्वपूर्ण सबक है।
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अजीबोगरीब घटनाएँ

अजीबोगरीब कहानी: 32 वर्षों में 105 शादियाँ करने वाला व्यक्ति


दुनिया में अजीबोगरीब व्यक्तियों की कोई कमी नहीं है, लेकिन कुछ लोग अपनी हरकतों से सभी को चौंका देते हैं। अमेरिका के जियोवन्नी विगलियोटो की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। इस व्यक्ति ने एक ऐसा कारनामा किया है, जो न केवल चौंकाने वाला है, बल्कि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है। जियोवन्नी ने 1949 से 1981 के बीच कुल 105 महिलाओं से विवाह किया। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि उसने किसी से तलाक नहीं लिया। वह हर बार एक नई महिला को अपनी बातों में फंसाता और फिर उससे शादी कर लेता। उसने न केवल अमेरिका की महिलाओं से विवाह किया, बल्कि 14 देशों के 27 राज्यों की महिलाओं को भी अपना शिकार बनाया। शादी के बाद, वह उनके पैसे या कीमती सामान लेकर गायब हो जाता। जब तक महिलाएं सच्चाई जान पातीं, तब तक वह रफूचक्कर हो चुका होता।


14 देशों की महिलाएं शिकार बनीं

जियोवन्नी ने केवल अमेरिका में ही नहीं, बल्कि 14 देशों के 27 राज्यों में जाकर शादियाँ कीं। उसने हर बार अपनी पहचान बदलकर नकली नाम और फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया। कभी वह खुद को बिजनेसमैन बताता, तो कभी विदेशी नागरिक। उसके पास इतने नकली नाम थे कि पुलिस भी भ्रमित हो जाती थी। इस तरह वह हर महिला के साथ शादी कर उन्हें धोखा देता रहा। कई महिलाओं को तो यह भी नहीं पता था कि वह पहले से शादीशुदा है।


एक महिला की हिम्मत से हुई गिरफ्तारी

जियोवन्नी की चालें कई वर्षों तक कानून से बचती रहीं, लेकिन 1981 में उसकी एक पत्नी, शेरोना क्लार्क, ने उसे खोजने का निर्णय लिया। क्लार्क को यह समझ में आ गया था कि वह अकेली नहीं है जिसे धोखा मिला है। उसने खुद जियोवन्नी की तलाश शुरू की और महीनों की मेहनत के बाद, 28 दिसंबर 1981 को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के समय उसने खुद को “निकोलाई पेरुस्कोव” बताया और कहा कि वह इटली का निवासी है, लेकिन बाद में वकील ने बताया कि उसका असली नाम फ्रेड जिप है और वह न्यूयॉर्क में जन्मा था।


कोर्ट में खुली सच्चाई

गिरफ्तारी के बाद, जियोवन्नी की सच्चाई अदालत में सामने आई। अदालत ने उसे 34 साल की सजा और 3,36,000 डॉलर का जुर्माना सुनाया। वह एरिज़ोना स्टेट जेल में बंद था, जहां 1991 में ब्रेन हैमरेज से उसकी मृत्यु हो गई। उसकी कहानी लोगों के लिए एक सबक बन गई है कि चाहे कोई कितना भी चालाक क्यों न हो, सच एक न एक दिन सामने आ ही जाता है। और रिश्तों का मजाक उड़ाने वालों का अंत कभी अच्छा नहीं होता।