अजित पवार ने मुरुम मिट्टी खनन विवाद पर दी प्रतिक्रिया

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मुरुम मिट्टी खनन विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यदि मुरुम खनन सामग्री का उपयोग ग्रामीणों के खेतों तक पहुंचने के लिए रास्ते बनाने में किया जाता है, तो उस पर कोई रॉयल्टी नहीं लगेगी। इस विवाद के बीच, पवार ने एक महिला आईपीएस अधिकारी के साथ हुई बातचीत को बढ़ाने से इनकार किया। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और पवार के बयान के पीछे की कहानी।
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अजित पवार ने मुरुम मिट्टी खनन विवाद पर दी प्रतिक्रिया

मुरुम मिट्टी खनन विवाद पर अजित पवार का बयान

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मुरुम मिट्टी के खनन से संबंधित एक महिला आईपीएस अधिकारी के साथ हुई बातचीत के विवाद को बढ़ाने से इनकार किया।


पवार ने पुणे में राजस्व विभाग के 'सेवा पखवाड़ा' कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले की मौजूदगी में कहा कि राज्य सरकार ने यह तय किया है कि यदि मुरुम खनन सामग्री का उपयोग ग्रामीणों के खेतों तक पहुंचने के लिए रास्ते बनाने में किया जाता है, तो उस पर कोई रॉयल्टी नहीं लगेगी।


पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार से मजाक करते हुए पवार ने कहा कि उन्हें इस निर्णय की जानकारी अपने अधीनस्थों के साथ सोलापुर पुलिस को भी देनी चाहिए।


इस महीने की शुरुआत में एक वीडियो सामने आया था जिसमें अजित पवार करमाला की अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) अंजना कृष्णा को कथित रूप से डांटते हुए दिखाई दे रहे थे।


एसडीपीओ सोलापुर जिले में 'मुरुम' मिट्टी के अवैध उत्खनन के खिलाफ कार्रवाई कर रही थीं। आलोचनाओं का सामना करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य हस्तक्षेप करना नहीं था, बल्कि वे तनावपूर्ण स्थिति को शांत करने का प्रयास कर रही थीं।