अजमेर में गहलोत ने वसुंधरा राजे की मुख्यमंत्री बनने की संभावना पर जताई चिंता

अजमेर में कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए वसुंधरा राजे की मुख्यमंत्री बनने की संभावनाओं पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यदि राजे फिर से मुख्यमंत्री बनतीं, तो यह सुखद होता, लेकिन उनकी पार्टी उन्हें यह अवसर नहीं दे रही है। गहलोत ने राज्य की स्वास्थ्य योजना का भी बचाव किया और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर कटाक्ष करते हुए उनके अनुभव की कमी पर सवाल उठाए। यह बयान राजनीतिक गलियारों में अटकलों को जन्म दे रहा है।
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अजमेर में गहलोत ने वसुंधरा राजे की मुख्यमंत्री बनने की संभावना पर जताई चिंता

गहलोत का बयान

बारिश से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद, कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने अजमेर में पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान, उनसे पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की जोधपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत से हुई मुलाकात के बारे में सवाल किया गया। गहलोत ने कहा कि यदि वसुंधरा राजे फिर से मुख्यमंत्री बनतीं, तो यह उनके लिए सुखद अनुभव होता। लेकिन, दुर्भाग्यवश, उनकी पार्टी उन्हें यह मौका नहीं दे रही है, जो कि निराशाजनक है।


राजनीतिक अटकलें

गहलोत ने यह भी कहा कि अगर वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री बनतीं, तो यह एक मजेदार स्थिति होती। उन्होंने राजे को भाजपा की स्वाभाविक पसंद बताया और इस बात पर अफसोस जताया कि उनके अनुभव के बावजूद, भगवा पार्टी ने उन्हें दोबारा गद्दी नहीं सौंपी। गहलोत ने अपने राजनीतिक अंदाज में कहा कि हमें भी इस बात का दुख है। यह टिप्पणी राजे की आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात के कुछ दिन बाद आई है, जिससे राजनीतिक गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।


स्वास्थ्य योजना का बचाव

गहलोत ने राज्य की स्वास्थ्य योजना (चिरंजीवी) का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यह योजना आयुष्मान भारत के विपरीत है, जो केवल डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना के माध्यम से पहचाने गए लाभार्थियों के लिए है। राजस्थान की योजना पूरी जनसंख्या को कवर करती है। उन्होंने इस बड़े कार्यक्रम को कमजोर करने के तर्क पर सवाल उठाया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर कटाक्ष करते हुए गहलोत ने पूछा कि उनके सलाहकार कौन हैं और कहा कि पहली बार मुख्यमंत्री बनने के साथ अनुभव की कमी भी आती है। गहलोत ने कहा, "उन्हें समय दिया गया था, लेकिन दो साल बीत चुके हैं। हमें चुप नहीं रहना चाहिए; हमें उनके शासन के बारे में बोलना होगा। मैं उनका व्यक्तिगत विरोधी नहीं हूँ, लेकिन विपक्ष के रूप में ये मुद्दे उठाना मेरा कर्तव्य है।"