अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर आरक्षण और घोटालों का लगाया आरोप
अखिलेश यादव का योगी सरकार पर हमला
सपा मुखिया अखिलेश यादव और सीएम योगी आदित्यनाथ.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार रात अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में उन्होंने सरकारी नौकरियों में आरक्षण के संबंध में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष और राजस्व परिषद को चेतावनी दी कि संविधान के नियमों और आरक्षण के रोस्टर में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके बाद समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने सरकार पर तीखा हमला किया।
अखिलेश यादव ने कहा कि लोकसेवा आयोग में हो रहे घोटालों की कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि हाल ही में जारी नौकरियों के विज्ञापन में पिछड़ों के साथ धोखा हो रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि आरक्षण के हिसाब से कितनी सीटें होनी चाहिए, लेकिन सीटें कम कर दी गई हैं। इसके साथ ही उन्होंने खाद की कमी पर भी सरकार को घेरा, यह कहते हुए कि किसान खाद के लिए लंबी लाइनों में खड़े रहते हैं लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल रही।
अखिलेश यादव ने किन मुद्दों पर उठाए सवाल?
- लखनऊ में ग्रीनरी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि लखनऊ के किसी भी कोने में जाएं, पेड़ों पर फूल दिख रहे हैं, जो समाजवादियों की देन है। बीजेपी सरकार ने बड़े जंगलों को काट दिया है।
- एसआईआर के मुद्दे पर उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग और बीजेपी के लोग मिले हुए हैं। यह ऐप उसी कंपनी का है जिसने बीजेपी को सबसे ज्यादा चंदा दिया है।
- बुलडोजर कार्रवाई पर उन्होंने कहा कि यूपी में 24 लोगों पर बुलडोजर चला है, जिनमें से 22 लोग PDA से हैं।
- कोडीन सिरप के घोटाले पर उन्होंने कहा कि यह केवल यूपी के लोगों की चिंता नहीं है, बल्कि पूरे देश में यह चिंता का विषय है।
- प्रदूषण के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि लखनऊ में क्रिकेट मैच नहीं हो पाया और नदियों की स्थिति भी खराब है।
आरक्षण पर सीएम का सख्त रुख
बुधवार रात की बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि सरकार हर वर्ग को उसके हक देने के लिए प्रतिबद्ध है। दिव्यांग, महिलाओं और पूर्व सैनिकों के लिए हॉरिजॉन्टल आरक्षण सुनिश्चित किया जाएगा। ओबीसी, एससी-एसटी के लिए वर्टिकल आरक्षण भी लागू किया जाएगा। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए।
