अखिलेश यादव ने मालेगांव विस्फोट मामले और अमेरिका के टैरिफ पर उठाए सवाल

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपियों को बरी करने की खबर पर सवाल उठाते हुए इसे अमेरिका द्वारा भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की बड़ी खबर को दबाने का प्रयास बताया। उन्होंने चीन से बढ़ते खतरे की भी चेतावनी दी। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिसे भारत की व्यापार नीतियों पर दबाव बनाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
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अखिलेश यादव ने मालेगांव विस्फोट मामले और अमेरिका के टैरिफ पर उठाए सवाल

अखिलेश यादव का बयान

समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने गुरुवार को मालेगांव विस्फोट मामले के आरोपियों को बरी करने की खबर पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि क्या यह खबर अमेरिका द्वारा भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की बड़ी घोषणा को छिपाने के लिए है। राष्ट्रीय राजधानी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए, यादव ने कहा, "मैंने इस रिपोर्ट को नहीं पढ़ा, लेकिन इस गंभीर मामले में शामिल आरोपियों को सजा मिलनी चाहिए। अमेरिका में हुई इस बड़ी घटना को दबाने के लिए क्या यह खबर आई है? टैरिफ एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।" उन्होंने यह भी कहा कि जो बातें आप समझ रहे हैं, वही मैं भी समझ रहा हूं। क्या यह संभव है कि खबरें दबाने के लिए ऐसी खबरें आ रही हों?


चीन से खतरा

अखिलेश यादव ने आगे कहा कि भारत को चीन से भी खतरा है। उन्होंने चेतावनी दी कि हमारा पड़ोसी देश हमारी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकता है। चीन हमारी ज़मीन और व्यापार पर भी नजर गड़ाए हुए है। सरकार को चीन के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता है। इस बीच, मुंबई की एनआईए विशेष अदालत ने 2008 के मालेगांव विस्फोटों के सभी सात आरोपियों को बरी कर दिया, यह कहते हुए कि अभियोजन पक्ष मामले को उचित संदेह से परे साबित करने में असफल रहा।


अमेरिका का टैरिफ निर्णय

इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल अकाउंट पर 1 अगस्त से भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की। ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत को रूस से तेल खरीदने पर अतिरिक्त दंड का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा, उन्होंने रूस से सैन्य उपकरण और कच्चा तेल खरीदने पर भी जुर्माना लगाने का निर्णय लिया। यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब भारतीय अधिकारियों ने बताया कि एक अमेरिकी व्यापार दल 25 अगस्त से व्यापार समझौते पर बातचीत के लिए भारत का दौरा करेगा।


अमेरिका की व्यापार नीतियों पर ट्रंप की टिप्पणी

यह घोषणा अमेरिका की मांगों को मानने के लिए भारत पर दबाव बनाने की रणनीति के रूप में देखी जा रही है, जिसने हाल ही में जापान, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ जैसे प्रमुख साझेदारों के साथ अनुकूल व्यापार समझौते किए हैं। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर भारत की व्यापार नीतियों को ‘सबसे कठिन और अप्रिय’ बताया। उन्होंने कहा, “सब कुछ ठीक नहीं है! इसलिए भारत को एक अगस्त से 25 प्रतिशत शुल्क और रूस से खरीद को लेकर ‘जुर्माना’ भी देना होगा।”