अखिलेश यादव ने भाजपा पर संविधान दिवस पर उठाए सवाल

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने संविधान दिवस पर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान को नुकसान पहुँचा रही है और वोट के अधिकार से लोगों को वंचित कर रही है। यादव ने बांग्लादेश के नाम पर पश्चिम बंगाल में षड्यंत्र रचने का भी आरोप लगाया। इसके अलावा, निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण के दूसरे चरण की जानकारी दी गई है। इस लेख में यादव के आरोपों और निर्वाचन आयोग की गतिविधियों पर विस्तृत चर्चा की गई है।
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अखिलेश यादव ने भाजपा पर संविधान दिवस पर उठाए सवाल

संविधान दिवस पर भाजपा पर कटाक्ष

समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने बुधवार को संविधान दिवस के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला किया। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह संविधान को "सबसे अधिक नुकसान" पहुंचा रही है। यादव ने वोट चोरी के आरोपों को दोहराते हुए कहा कि भाजपा विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के माध्यम से मतदाता सूची में हेरफेर कर रही है, जिससे लोगों को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर द्वारा दिए गए वोट के अधिकार से वंचित किया जा रहा है।


धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद पर खतरा

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने संविधान दिवस मनाने का दिखावा किया, जबकि वास्तव में उन्होंने संविधान को सबसे अधिक नुकसान पहुँचाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा बांग्लादेश के नाम पर पश्चिम बंगाल में षड्यंत्र रच रही है और देश में धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद को खतरे में डाल रही है। यादव ने कहा कि भाजपा की सरकार में न तो समाजवाद बचा है और न ही धर्मनिरपेक्षता।


मतदाता सूची का पुनरीक्षण

निर्वाचन आयोग 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मतदाता सूचियों के एसआईआर के दूसरे चरण का संचालन कर रहा है, जिसकी अंतिम सूची 7 फरवरी, 2026 को जारी की जाएगी। इन राज्यों में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, पुडुचेरी, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल हैं। इस बीच, पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन कार्यालय में सुरक्षा भंग होने की घटनाओं के बाद चुनाव आयोग ने कोलकाता पुलिस को सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश दिया है।