अखिलेश यादव ने बिहार चुनाव 2025 में राजद को समर्थन देने की घोषणा की

अखिलेश यादव ने बिहार चुनाव 2025 में राजद को समर्थन देने की घोषणा की है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह चुनावी लाभ के लिए नीतीश कुमार का नाम इस्तेमाल कर रही है। सपा का बिहार में राजनीतिक इतिहास भी चर्चा का विषय रहा है, जहां उसे कभी भी उत्तर प्रदेश जैसी सफलता नहीं मिली। जानें इस चुनावी रणनीति के पीछे की पूरी कहानी।
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अखिलेश यादव ने बिहार चुनाव 2025 में राजद को समर्थन देने की घोषणा की

बिहार चुनाव 2025: सपा का राजद को समर्थन

Bihar Election 2025: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार (7 जुलाई) को बिहार चुनाव को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी राजद को आगामी विधानसभा चुनाव में पूरा समर्थन देगी। उन्होंने यह भी बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान यूपी में भाजपा द्वारा किए गए “घोटालों” को बिहार में उजागर किया जाएगा।



‘राजद को समर्थन देने की बात’


अखिलेश यादव ने कहा कि, हम लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव का पूरा समर्थन करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा द्वारा किए गए घोटालों को बिहार में उजागर किया जाएगा और लोगों को सच्चाई से अवगत कराया जाएगा।


भाजपा पर कटाक्ष करते हुए, अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा चुनावी लाभ के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम और चेहरे का उपयोग कर रही है, लेकिन उनका फिर से मुख्यमंत्री बनाने का कोई इरादा नहीं है।


बिहार में सपा का राजनीतिक इतिहास


बिहार में समाजवादी पार्टी का राजनीतिक इतिहास बहुत प्रभावशाली नहीं रहा है। हालांकि समाजवादी विचारधारा की जड़ें वहां गहरी हैं, लेकिन सपा को राजद और अन्य क्षेत्रीय दलों के कारण वह राजनीतिक स्थान नहीं मिल पाया जो उत्तर प्रदेश में मिला।


सपा ने 1995 के बिहार विधानसभा चुनाव में 176 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन उसे केवल 2 सीटों पर जीत मिली। 2000 में उसे 4 सीटों पर जीत मिली, जबकि 2015 में 85 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन इस बार पार्टी का खाता भी नहीं खुला। पिछली बार 2020 में भी सपा ने राजद का समर्थन करते हुए चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया था।