अखिलेश यादव की आजम खान से मुलाकात: क्या खत्म होगी नाराजगी?

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव आजम खान से मिलने रामपुर पहुंच रहे हैं। यह मुलाकात सपा में चल रही नाराजगी को खत्म कर सकती है। आजम खान, जो हाल ही में जेल से रिहा हुए हैं, ने स्पष्ट किया है कि वह केवल अखिलेश से मिलेंगे। क्या इस मुलाकात से सपा में कोई नया मोड़ आएगा? जानें पूरी जानकारी इस लेख में।
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अखिलेश यादव की आजम खान से मुलाकात: क्या खत्म होगी नाराजगी?

अखिलेश यादव का रामपुर दौरा

अखिलेश यादव की आजम खान से मुलाकात: क्या खत्म होगी नाराजगी?

क्या आजम और अखिलेश की मुलाकात से दूर होगी नाराजगी?

समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज बुधवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खान से मिलने उनके निवास स्थान रामपुर जा रहे हैं। यह भी बताया जा रहा है कि उनके साथ रामपुर के सांसद मोहिबुल्ला नदवी भी होंगे। अखिलेश की यात्रा को देखते हुए आजम खान के घर के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, और पार्टी कार्यकर्ता भी वहां इकट्ठा होने लगे हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि दोनों नेताओं के बीच केवल एकांत में मुलाकात होगी।

इससे पहले, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज सुबह लखनऊ से बरेली एयरपोर्ट पहुंचे और वहां से रामपुर के लिए उड़ान भरी।

आजम खान की जेल से रिहाई

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान हाल ही में विभिन्न आपराधिक मामलों में जमानत मिलने के बाद लगभग 23 महीने बाद सीतापुर जेल से रिहा हुए हैं। वह रामपुर से 10 बार विधानसभा, लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं।

पार्टी के सूत्रों के अनुसार, अखिलेश यादव लखनऊ से बरेली एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे और फिर कार से आजम खान के निवास पर पहुंचेंगे। यात्रा से पहले, आजम खान ने मीडिया को बताया कि वह केवल सपा प्रमुख से ही मिलेंगे, किसी और से नहीं।

आजम खान का मोहिबुल्लाह नदवी के बारे में बयान

जब रामपुर के सांसद मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी के बारे में पूछा गया, तो आजम खान ने कहा कि वह उन्हें नहीं जानते और उनसे मुलाकात नहीं करेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया, “कोई कार्यक्रम नहीं है। अगर अखिलेश यादव मुझसे मिलेंगे, तो मैं केवल उनसे ही मिलूंगा।” आजम की इस टिप्पणी से यह सवाल उठता है कि क्या वह अखिलेश यादव के साथ आए अन्य नेताओं से भी मिलेंगे या नहीं।

वर्तमान में, सपा के पास उत्तर प्रदेश में 37 सांसद और 107 विधायक हैं, जिनमें 34 मुस्लिम विधायक और चार मुस्लिम सांसद शामिल हैं।