अखिलेश यादव का बयान: 2027 में दीयों की खरीद पर उठे सवाल
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में योगी सरकार पर अयोध्या में दीयों की खरीद को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि 2027 की दिवाली पर प्रजापति समाज के लिए करोड़ों रुपये के दीये खरीदे जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह स्थानीय दीया निर्माताओं को नजरअंदाज कर बाहर से दीए खरीद रही है। जानें इस बयान के पीछे की पूरी कहानी और क्या है अखिलेश का उद्देश्य।
Oct 19, 2025, 12:00 IST
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अखिलेश यादव का बयान

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को एक बयान में कहा कि योगी सरकार हर साल अयोध्या में दीयों पर इतना पैसा क्यों खर्च कर रही है, यह समझ से परे है। उन्होंने एक्स पर ट्वीट करते हुए करोड़ों के दीए खरीदने की बात की, जिसके बाद यह चर्चा हो रही है कि वह डैमेज कंट्रोल की कोशिश कर रहे हैं।
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, “उप्र के प्रजापति समाज के लिए हम ये संकल्प उठाते हैं कि 2027 की दिवाली पर PDA सरकार उनके करोड़ों रुपये के दीये ख़रीदेगी, जिनसे उनकी इतनी आमदनी हो सके कि उनके घरों में कई महीनों तक दिवाली का प्रकाश बना रहे।”
उप्र के प्रजापति समाज के लिए हम ये संकल्प उठाते हैं कि 2027 की दिवाली पर पीडीए सरकार उनके करोड़ों रूपये के दीये ख़रीदेगी, जिनसे उनकी इतनी आमदनी हो सके कि उनके घरों में कई महीनों तक दिवाली का प्रकाश बना रहे।
आज की भाजपा सरकार दूर के तटीय राज्य के लोगों को ये काम देकर उप्र के pic.twitter.com/IVS370e3Lk
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 18, 2025
बीजेपी पर आरोप
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह प्रदेश के दीया निर्माताओं को नजरअंदाज कर बाहर से दीए खरीदने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार उत्तर प्रदेश के प्रजापति समाज का हक़ मार रही है। उनका कहना था कि दीया, बाती, तेल और रोशनी सभी उत्तर प्रदेश के होने चाहिए। भाजपा दीपोत्सव के ठेकों में स्थानीय लोगों की अनदेखी करके गलत कर रही है।
उन्होंने दीपावली पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारी कामना है कि सच्ची दिवाली का उजाला हर घर तक पहुंचे।
क्रिसमस की तुलना
अखिलेश ने यह भी कहा कि पूरी दुनिया में क्रिसमस के दौरान सभी शहर जगमगाते हैं और यह सिलसिला महीनों तक चलता है। हमें उनसे सीखना चाहिए और यह समझना चाहिए कि दीयों और मोमबत्तियों पर इतना खर्च क्यों करना चाहिए। उन्होंने सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमें इसे हटाना चाहिए।