अखिलेश यादव का आरएसएस पर तीखा हमला, मोदी की सराहना का दिया जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरएसएस की प्रशंसा के बाद, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने संगठन पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि आरएसएस के लोग स्वदेशी होने का दावा करते हैं, लेकिन वास्तव में विदेशी हैं। यादव ने स्वतंत्रता दिवस पर देश को वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहने की सलाह दी और योगी आदित्यनाथ पर भी आरोप लगाए। इस राजनीतिक बयानबाजी ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है।
Aug 15, 2025, 16:50 IST
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अखिलेश यादव का बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस भाषण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की प्रशंसा के बाद, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने आरएसएस पर कड़ा प्रहार किया है। लखनऊ में मीडिया से बातचीत करते हुए यादव ने कहा कि आरएसएस के लोग 'बातों में स्वदेशी हैं, लेकिन दिल से विदेशी हैं।'
मोदी की आरएसएस की सराहना
यादव की यह प्रतिक्रिया प्रधानमंत्री मोदी के उस बयान पर आई है, जिसमें उन्होंने आरएसएस को 'दुनिया का सबसे बड़ा गैर-सरकारी संगठन' बताया था। मोदी ने कहा था, 'सौ साल पहले, एक आंदोलन का आरंभ हुआ, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ। एक सदी से, इस संगठन ने राष्ट्र कल्याण के लिए अपने को समर्पित किया है... आरएसएस दुनिया का सबसे बड़ा गैर-सरकारी संगठन है।' प्रधानमंत्री ने आरएसएस की 100 साल की यात्रा और राष्ट्र निर्माण में उसके योगदान की सराहना की थी।
विश्व की चुनौतियों का सामना करने की आवश्यकता
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर, अखिलेश यादव ने देश को वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा, 'हमारे किसान जितने मजबूत होंगे, हमारा देश उतना ही आर्थिक रूप से मजबूत होगा... हमें उन चुनौतियों का सामना करना होगा जब अन्य देश हमें धमकाते हैं, कभी बाजार के नाम पर, कभी जमीन के नाम पर।' यादव ने देश की सीमाओं की सुरक्षा और अग्निवीर योजना को समाप्त करने की मांग भी की।
योगी आदित्यनाथ पर भी हमला
यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि आदित्यनाथ ने पूरी भाजपा को धोखा दिया है। यादव ने कहा, 'वह न तो भाजपा के सदस्य थे और न ही उन्हें भाजपा की विचारधारा पसंद थी। उन्होंने केवल मुख्यमंत्री बनने के लिए भाजपा की सदस्यता ली।'