अंडमान में पूर्व सांसद के खिलाफ ईडी की छापेमारी: सहकारी बैंक धोखाधड़ी का मामला

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में पूर्व सांसद कुलदीप राय शर्मा से जुड़े सहकारी बैंक धोखाधड़ी मामले में छापे मारे हैं। यह पहली बार है जब ईडी ने इस क्षेत्र में कार्रवाई की है। जांच में यह सामने आया है कि एएनएससी बैंक द्वारा ऋण सुविधाएं प्रदान करने में अनियमितताएं हुई हैं। शर्मा की भूमिका भी जांच के दायरे में है, जिसमें आरोप है कि उन्होंने संदिग्ध कंपनियों के माध्यम से बैंक से धोखाधड़ी की। जानें इस मामले की पूरी जानकारी।
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अंडमान में पूर्व सांसद के खिलाफ ईडी की छापेमारी: सहकारी बैंक धोखाधड़ी का मामला

ईडी की छापेमारी का विवरण

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में एक पूर्व सांसद से जुड़े सहकारी बैंक कर्ज धोखाधड़ी के मामले में बृहस्पतिवार को पहली बार छापे मारे।


यह मामला अंडमान निकोबार राज्य सहकारी बैंक (एएनएससीबी) और इसके उपाध्यक्ष कुलदीप राय शर्मा से जुड़ा हुआ है।


कांग्रेस के नेता शर्मा (57) इस केंद्र शासित प्रदेश के पूर्व सांसद रहे हैं (2019-24)। सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत पोर्ट ब्लेयर और उसके आसपास के नौ स्थानों के साथ-साथ कोलकाता में दो जगहों पर छापेमारी की।


यह पहली बार है जब एजेंसी ने बंगाल की खाड़ी में स्थित इस केंद्र शासित प्रदेश में छापेमारी की है। सूत्रों ने बताया कि एजेंसी को कुछ दस्तावेज मिले हैं जो एएनएससी बैंक द्वारा ऋण सुविधाएं प्रदान करने में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं की ओर इशारा करते हैं।


सूत्रों के अनुसार, पूर्व सांसद शर्मा की भूमिका भी ईडी की जांच में शामिल है। उन्होंने आरोप लगाया कि शर्मा को लाभ पहुंचाने के लिए संदिग्धों ने लगभग 15 संस्थाओं/कंपनियों का एक समूह बनाया और इन संस्थाओं ने एएनएससीबी से धोखाधड़ी कर 200 करोड़ रुपये से अधिक की ऋण सुविधाएं प्राप्त कीं।


एकत्र किए गए दस्तावेजों से यह स्पष्ट होता है कि बैंक की निर्धारित प्रक्रियाओं और दिशानिर्देशों की अनदेखी करते हुए विभिन्न मुखौटा कंपनियों को ऋण सुविधाएं दी गईं। यह धन शोधन का मामला अंडमान निकोबार पुलिस की अपराध एवं आर्थिक अपराध शाखा की एक प्राथमिकी से उत्पन्न हुआ है।