UPSC की तैयारी कर रही युवती ने गंगा में कूदकर दी जान, तनाव की कहानी

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक 26 वर्षीय युवती, ललिता सिंह, ने UPSC की तैयारी के दौरान गंगा में कूदकर आत्महत्या कर ली। यह घटना मानसिक तनाव और प्रतियोगी परीक्षाओं के दबाव को उजागर करती है। ललिता की कहानी ने समाज को सोचने पर मजबूर किया है कि कैसे हम युवाओं को सपनों के पीछे भागने के साथ-साथ मानसिक मजबूती भी दे सकते हैं। स्थानीय पुलिस और गोताखोर उनकी तलाश में जुटे हैं, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।
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UPSC की तैयारी कर रही युवती ने गंगा में कूदकर दी जान, तनाव की कहानी

दिल दहला देने वाली घटना

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक दुखद घटना ने सभी को हिला कर रख दिया है। 26 वर्षीय ललिता सिंह, जो UPSC की तैयारी कर रही थीं, ने बिजनौर के गंगा बैराज में कूदकर आत्महत्या कर ली। ललिता, जो चांदपुर तहसील में तैनात एक अमीन की बेटी थीं, सुबह अपनी छोटी बच्ची के साथ गंगा बैराज पहुंची और अचानक नदी में कूद गईं। यह घटना सुबह लगभग 6 बजे हुई, और तब से ललिता का कोई पता नहीं चल पाया है। गोताखोर उनकी खोज में लगे हुए हैं, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है।


ललिता की संघर्ष की कहानी

ललिता सिंह ने कानपुर IIT से बीटेक की डिग्री हासिल की थी और UPSC की परीक्षा की तैयारी में जुटी थीं। वह अपने सपनों को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही थीं, लेकिन लगातार परीक्षाओं में असफलता ने उन्हें मानसिक तनाव में डाल दिया। यह असफलता शायद उनके लिए इतनी भारी हो गई कि उन्होंने यह दुखद निर्णय लिया। पूरे क्षेत्र में चर्चा है कि क्या बार-बार की असफलता ही उनकी मौत का कारण बनी।


खोजी टीमें सक्रिय

घटना के बाद से स्थानीय पुलिस और गोताखोर ललिता की तलाश में जुटे हुए हैं। सुबह 6 बजे से शुरू हुआ सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है, लेकिन अभी तक कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है। ललिता का परिवार और आसपास के लोग इस घटना से गहरे सदमे में हैं। यह घटना न केवल उनके परिवार को बल्कि पूरे समुदाय को भी दुख में डुबो चुकी है।


तनाव का प्रभाव

ललिता की कहानी एक बार फिर से उस दबाव को उजागर करती है, जिसका सामना आजकल के युवा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के दौरान करते हैं। UPSC जैसी कठिन परीक्षा में असफलता ने कई युवाओं को मानसिक तनाव की ओर धकेल दिया है। इस घटना ने समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि हम अपने युवाओं को सपनों के पीछे भागने के साथ-साथ मानसिक मजबूती कैसे प्रदान कर सकते हैं।