UPI पेमेंट में बदलाव: 10 सेकंड में होगा लेनदेन, बैलेंस चेक की सीमा भी तय

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने UPI पेमेंट प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। अब लेनदेन केवल 10 सेकंड में पूरा होगा, जिससे ग्राहकों का अनुभव बेहतर होगा। इसके साथ ही, बैलेंस चेक करने की सीमा भी निर्धारित की गई है, जिससे ग्राहक दिन में केवल 50 बार ही अपने खाते का बैलेंस देख सकेंगे। जानें इस बदलाव के पीछे की वजह और इसके प्रभाव के बारे में।
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UPI पेमेंट में बदलाव: 10 सेकंड में होगा लेनदेन, बैलेंस चेक की सीमा भी तय

UPI पेमेंट में नया बदलाव


आजकल UPI पेमेंट का उपयोग पूरे देश में तेजी से बढ़ रहा है, जिससे लोग कैश रखने की आदत छोड़ते जा रहे हैं। शॉपिंग के दौरान लोग सीधे अपने मोबाइल से भुगतान करना अधिक पसंद कर रहे हैं। इसी संदर्भ में, भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने UPI पेमेंट प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है, जिसके तहत अब लेनदेन में केवल 10 सेकंड का समय लगेगा।


NPCI ने यह भी स्पष्ट किया है कि जो ग्राहक बार-बार बैलेंस चेक करते हैं, उनके लिए एक सीमा निर्धारित की गई है। यदि कोई व्यक्ति इस सीमा को पार करता है, तो उसे इसके लिए अतिरिक्त शुल्क का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं इस बदलाव के बारे में विस्तार से।


UPI से भुगतान अब होगा तेज


सोमवार से UPI के माध्यम से लेनदेन की प्रक्रिया और भी तेज हो जाएगी। NPCI ने भुगतान के लिए प्रतिक्रिया समय को घटाकर 10 सेकंड कर दिया है। UPI, जिसे यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस के नाम से जाना जाता है, एक त्वरित भुगतान प्रणाली है, जिसे मोबाइल फोन के माध्यम से बैंकों के बीच लेनदेन को सरल बनाने के लिए विकसित किया गया है।


NPCI के हालिया निर्देशों के अनुसार, धन हस्तांतरण, स्थिति जांच और वापसी जैसे लेनदेन अब 30 सेकंड के बजाय 10 से 15 सेकंड में पूरे होंगे। 16 जून से, UPI भुगतान में पता सत्यापन के लिए लगने वाला समय अब पहले के 15 सेकंड की तुलना में केवल 10 सेकंड होगा। NPCI ने कहा कि यह बदलाव ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए किया गया है।


बैलेंस चेक करने की सीमा


NPCI के एक अन्य निर्देश के अनुसार, ग्राहक अब अपने UPI ऐप के माध्यम से दिन में केवल 50 बार अपने खाते का बैलेंस चेक कर सकेंगे। विशेषज्ञों के अनुसार, पहले इस पर कोई सीमा नहीं थी, लेकिन प्रणाली की दक्षता को ध्यान में रखते हुए अब 50 बार की सीमा लागू की गई है।