SBI के शेयरों में तेजी: ब्रोकरेज की नई टारगेट प्राइस

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के शेयरों में सोमवार को 2% से अधिक की वृद्धि हुई, जो कंपनी के मजबूत वित्तीय परिणामों के बाद आई है। SBI का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट 19,160 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही से अधिक है। विभिन्न ब्रोकरेज हाउस ने SBI के लिए नई टारगेट प्राइस निर्धारित की है, जिसमें HSBC, UBS, CLSA, Jefferies और Morgan Stanley शामिल हैं। जानें इन विशेषज्ञों की राय और SBI की एसेट क्वालिटी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी।
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SBI के शेयरों में तेजी: ब्रोकरेज की नई टारगेट प्राइस

SBI के शेयरों में उछाल

सोमवार की सुबह स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के शेयरों में 2% से अधिक की वृद्धि देखी गई। शेयर 804.55 रुपये के पिछले बंद भाव से खुलकर 807 रुपये पर पहुंचा और 822.85 रुपये तक पहुंच गया। यह वृद्धि कंपनी के जून तिमाही (Q1FY26) के मजबूत परिणामों के बाद आई है.


कंपनी के वित्तीय परिणाम

SBI का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट 19,160 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 17,035 करोड़ रुपये से अधिक है। इस दौरान कई ब्रोकरेज हाउस ने इसके प्रति अपनी राय व्यक्त की है और टारगेट प्राइस भी निर्धारित किया है.


ब्रोकरेज की राय

HSBC की राय:


  • रेटिंग: Buy
  • टारगेट प्राइस: 960 रुपये
  • कमाई उम्मीद से बेहतर रही, खासकर ट्रेज़री इनकम के चलते.
  • लोन ग्रोथ अच्छी रहने की संभावना, NIM को सपोर्ट मिलेगा.


UBS की राय:


  • रेटिंग: Neutral
  • टारगेट प्राइस: 880 रुपये
  • मार्जिन उम्मीद के मुताबिक, अन्य इनकम और खर्चों पर कंट्रोल से नतीजे बेहतर.
  • बिजनेस ग्रोथ साधारण रही, लेकिन मैनेजमेंट लोन ग्रोथ को लेकर आत्मविश्वास में.


CLSA की राय:


  • रेटिंग: Outperform
  • टारगेट प्राइस: 1050 रुपये
  • कोर प्रॉफिट अनुमान से 32 फीसदी ज्यादा, लोन ग्रोथ सेक्टर से तेज.
  • एसेट क्वालिटी मजबूत, स्लिपेज अनुमान से कम.


Jefferies की राय:


  • रेटिंग: Buy
  • टारगेट प्राइस: 970 रुपये
  • 12 फीसदी सालाना मुनाफा बढ़ोतरी, ट्रेज़री गेन और कम खर्चों का फायदा.
  • NIM में मामूली 10bps की गिरावट, एसेट क्वालिटी स्थिर.


Morgan Stanley (MS) की राय:


  • रेटिंग: Equal-weight
  • टारगेट प्राइस: 885 रुपये (पहले 850 रुपये)
  • कोर परफॉर्मेंस उम्मीद के मुताबिक, RoA 1 फीसदी से ऊपर.
  • NII में थोड़ी कमी, लेकिन कम खर्चों ने संतुलन बनाया.


एसेट क्वालिटी और NPA

  • बैंक का ग्रॉस NPA रेशियो 1.83 फीसदी रहा, जो साल-दर-साल 38 बेसिस पॉइंट (bps) बेहतर हुआ है.
  • नेट NPA रेशियो 0.47 फीसदी रहा, इसमें साल-दर-साल 10 bps का सुधार हुआ.
  • प्रोविजन कवरेज रेशियो (PCR) 74.49 फीसदी है, जबकि AUCA (Written-off Accounts) को मिलाकर यह 91.71 फीसदी है.
  • Q1FY26 में स्लिपेज रेशियो 0.75 फीसदी रहा. यह पिछले साल से 9 bps बेहतर है.
  • इस तिमाही का क्रेडिट कॉस्ट 0.47 फीसदी हो गया.