RSS की शताब्दी वर्षगांठ: मोहन भागवत का संबोधन और पूर्व राष्ट्रपति की उपस्थिति

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) आज अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे कर रहा है। नागपुर में आयोजित इस भव्य समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत शस्त्र पूजन करेंगे और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर 21,000 से अधिक स्वयंसेवक भाग लेंगे। समारोह में कई विदेशी मेहमान भी शामिल होंगे। जानें इस ऐतिहासिक दिन की खास बातें और कार्यक्रम की रूपरेखा।
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RSS की शताब्दी वर्षगांठ: मोहन भागवत का संबोधन और पूर्व राष्ट्रपति की उपस्थिति

RSS का 100वां वर्षगांठ समारोह

RSS की शताब्दी वर्षगांठ: मोहन भागवत का संबोधन और पूर्व राष्ट्रपति की उपस्थिति

संघ प्रमुख मोहन भागवत

आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की स्थापना के 100 वर्ष पूरे हो गए हैं। आरएसएस इस विशेष अवसर को मनाने के लिए एक भव्य समारोह का आयोजन कर रहा है, जो सुबह 7:40 बजे नागपुर के रेशम बाग मैदान में शुरू होगा। इस कार्यक्रम में 21,000 से अधिक स्वयंसेवक भाग लेंगे। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।

कार्यक्रम से पहले, संघ प्रमुख मोहन भागवत शस्त्र पूजन करेंगे, इसके बाद योग, प्रात्यक्षिक, नियुद्ध, घोष और प्रदक्षिणा का आयोजन किया जाएगा। विजय दशमी उत्सव को संघ की 83,000 से अधिक शाखाओं में भी मनाया जाएगा। डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने 1925 में विजयादशमी के दिन RSS की स्थापना की थी।

मोहन भागवत संघ के छठे सरसंघचालक हैं, जिन्होंने 2009 में संघ की कमान संभाली थी। संघ की स्थापना डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी, जो पहले सरसंघचालक थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संघ के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक डाक टिकट और 100 रुपये का सिक्का जारी किया।

इस समारोह में कई विदेशी मेहमान भी शामिल होंगे, जिनमें घाना, दक्षिण अफ्रीका, इंडोनेशिया, थाईलैंड, यूके और अमेरिका शामिल हैं।