RPSC की नई नीति: परीक्षा में न शामिल होने पर वसूली जाएगी फीस
RPSC की फीस वसूली की नई योजना
राजस्थान लोक सेवा आयोग Image Credit source: Rpsc
सरकारी नौकरी: क्या आप सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे हैं? क्या आप अधिकतम भर्तियों के लिए आवेदन करने का प्रयास कर रहे हैं? लेकिन यदि आप तैयारियों की कमी या अन्य कारणों से परीक्षा में शामिल नहीं होते हैं, तो यह आदत आपके लिए महंगी साबित हो सकती है। राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने ऐसे कैंडिडेट्स से फीस वसूलने की योजना बनाई है जो आवेदन करने के बाद परीक्षा में नहीं बैठते। इस संबंध में आयोग ने एक प्रस्ताव सरकार को भेजा है, और यह संभावना है कि अन्य आयोग भी इस नीति को अपनाएं।
आइए जानते हैं कि यह प्रस्ताव क्यों लाया गया है और इसके पीछे की वजह क्या है।
फीस वसूली का निर्णय क्यों?
RPSC के अध्यक्ष उत्कल रंजन साहू के अनुसार, आयोग के भर्ती परीक्षाओं में बड़ी संख्या में कैंडिडेट्स आवेदन करते हैं। हालांकि, इनमें से कई परीक्षा में शामिल नहीं होते, जिससे आयोग को करोड़ों रुपये का नुकसान होता है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए, आयोग ने परीक्षा में न बैठने वाले कैंडिडेट्स से फीस वसूलने का प्रस्ताव तैयार किया है।
आवेदन के समय फीस का भुगतान, परीक्षा के बाद वापसी
RPSC द्वारा राज्य सरकार को भेजे गए प्रस्ताव के अनुसार, अब कैंडिडेट्स को आयोग की भर्तियों के लिए आवेदन करते समय फीस का भुगतान करना होगा। इस कदम का उद्देश्य उन कैंडिडेट्स को रोकना है जो बिना वजह आवेदन करते हैं। प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि परीक्षा में शामिल होने वाले कैंडिडेट्स को उनकी आवेदन फीस वापस की जाएगी। यह राशि उनके OTR के आधार पर उनके खातों में लौटाई जाएगी। वर्तमान में आयोग आवेदन फीस नहीं लेता है, लेकिन यदि यह प्रस्ताव मंजूर होता है, तो कैंडिडेट्स को फीस का भुगतान करना होगा।
27 लाख से अधिक आवेदन
RPSC ने वर्ष 2025-26 में 31 भर्तियों का आयोजन करने की योजना बनाई है। इस संबंध में आयोग ने दिसंबर 2024 में भर्ती कैलेंडर जारी किया था। पिछले 9 महीनों में कुल 162 प्रश्नपत्रों के लिए परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें 27 लाख से अधिक कैंडिडेट्स ने भाग लिया।
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