RCB की जीत के जश्न में 28 वर्षीय प्रशंसक की हार्ट अटैक से मौत

RCB की ऐतिहासिक जीत और एक दुखद घटना
आईपीएल के 17 वर्षों के बाद आरसीबी ने पहली बार जीत हासिल की है, जिसके बाद एक 28 वर्षीय युवक की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई। इस लेख में हम इस जीत और उस दुखद घटना के बीच के संबंध को समझने की कोशिश करेंगे।
3 मई 2025 का दिन आरसीबी के लिए एक महत्वपूर्ण दिन बन गया है। इस टीम और उनके प्रशंसक, विशेषकर विराट कोहली के फैंस, पिछले 17 सालों से आईपीएल की ट्रॉफी का इंतजार कर रहे थे। इस खुशी का जश्न सोशल मीडिया पर भी देखा गया। लेकिन एक प्रशंसक को इस जीत का इतना सदमा लगा कि उसे हार्ट अटैक आ गया और उसकी समय पर मृत्यु हो गई।
रिपोर्टों के अनुसार, अहमदाबाद में आरसीबी की ट्रॉफी जीतने के जश्न के दौरान, युवक अपने दोस्तों के साथ नाचते हुए बेहोश हो गया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह स्पष्ट है कि दिल का तनाव जानलेवा हो सकता है, लेकिन खुशी के कारण हार्ट अटैक आने की वजह क्या हो सकती है?
दिल और भावनाओं का संबंध
दिल भावनाओं का केंद्र नहीं होता, लेकिन यह भावनाओं पर प्रतिक्रिया करता है। अत्यधिक खुशी, गुस्सा या दुख से दिल को सदमा लग सकता है। गंभीर मामलों में, इससे हार्ट अटैक भी हो सकता है। अचानक या तीव्र भावनाएं नर्वस सिस्टम को सक्रिय कर देती हैं, जिससे दिल की धड़कन तेज हो जाती है, रक्तचाप बढ़ता है और हार्मोनल परिवर्तन होते हैं।
धमनियों में ऐंठन का खतरा
जर्नल ऑफ द अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, तीव्र भावनाएं या मानसिक तनाव दिल की धमनियों में ऐंठन पैदा कर सकते हैं, जिससे रक्त प्रवाह रुक सकता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
क्या खुशी से हार्ट अटैक हो सकता है?
अत्यधिक या अचानक खुशी से दिल को सदमा लग सकता है। तीव्र भावनाएं ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम या हैप्पी हार्ट सिंड्रोम को ट्रिगर कर सकती हैं। इस स्थिति में, दिल की मांसपेशियां कुछ समय के लिए इतनी कमजोर हो जाती हैं कि अचानक हार्ट अटैक का खतरा काफी बढ़ जाता है।