RBI की चेतावनी: KYC अपडेट न होने पर बढ़ सकते हैं बैंक फ्रॉड
KYC अपडेट की अनिवार्यता
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में एक रिपोर्ट में चेतावनी दी है कि यदि आपके बैंक खाते का KYC अपडेट नहीं हुआ है, तो यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण है। रिपोर्ट में बताया गया है कि KYC अपडेट में बढ़ते बैकलॉग और लापरवाही के कारण बैंकों की धोखाधड़ी रोकने की क्षमता कमजोर हो रही है। विशेष रूप से ग्रामीण और छोटे शहरों में लोग अक्सर KYC को नजरअंदाज कर देते हैं या किसी कारणवश इसे अपडेट नहीं कर पाते, जिससे वे धोखाधड़ी का शिकार बन जाते हैं.
फ्रॉड की घटनाओं में वृद्धि
आरबीआई ने बैंकों को निर्देश दिया है कि वे जल्द से जल्द KYC अपडेट पूरा करें, अन्यथा धोखाधड़ी की घटनाएं और बढ़ सकती हैं। बैंकों को सलाह दी गई है कि वे छोटी शाखाओं में विशेष ध्यान देते हुए KYC अपडेट के लिए कैंप लगाएं और बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाएं। आरबीआई ने पहले ही जुलाई से अक्टूबर 2025 तक ग्राम पंचायत स्तर पर एक व्यापक re-KYC ड्राइव का आयोजन किया है.
बैंकों के लिए निर्देश
आरबीआई ने बैंकों को चेतावनी दी है कि वे KYC अपडेट या नए खाते खोलने के लिए आवेदन को बिना उचित कारण के अस्वीकार न करें। किसी भी अस्वीकृति का ठोस कारण और रिकॉर्ड होना आवश्यक है। बिना सोचे-समझे अस्वीकृति से ग्राहकों में असंतोष उत्पन्न होता है। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि साइबर और ऑपरेशनल घटनाएं वित्तीय स्थिरता के लिए एक बढ़ता खतरा बन गई हैं.
डिजिटल फ्रॉड के खिलाफ कदम
आरबीआई डिजिटल फ्रॉड को रोकने के लिए गृह मंत्रालय और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर प्रयास कर रहा है। इसके लिए आरबीआई ने दो प्रमुख AI टूल भी लॉन्च किए हैं। बैंकों को टेलीकॉम विभाग की मोबाइल नंबर रिवोकेशन सूची से ग्राहक डेटाबेस को साफ करने के लिए कहा गया है, जिससे वॉइस कॉल और SMS के माध्यम से होने वाली धोखाधड़ी को रोका जा सके.
मिस-सेलिंग पर नई गाइडलाइंस
इसके अलावा, केंद्रीय बैंक ने मिस-सेलिंग को एक बड़ा जोखिम बताया है। इसके लिए जल्द ही विज्ञापन, मार्केटिंग और बिक्री पर नई गाइडलाइंस जारी की जाएंगी, जिससे ग्राहकों को गुमराह नहीं किया जा सकेगा। आरबीआई ने बैंकों से आंतरिक नियंत्रण को मजबूत करने का भी निर्देश दिया है.
