Ravindra Jadeja ने आईपीएल कप्तानी छोड़ने पर की खुलकर चर्चा

Ravindra Jadeja की कप्तानी छोड़ने की कहानी
भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख ऑलराउंडर, रविंद्र जडेजा, ने 2022 के आईपीएल सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की कप्तानी छोड़ने के अपने निर्णय पर पहली बार बात की है। जब एमएस धोनी ने उन्हें कप्तान बनाया था, तब टीम का प्रदर्शन लगातार खराब रहा, जिसके कारण जडेजा ने आठ मैचों के बाद ही यह पद छोड़ दिया। इस घटना के बाद से उनके और फ्रेंचाइजी के बीच तनाव की खबरें भी आई थीं। हाल ही में आर अश्विन के यूट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान, जडेजा ने इस मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखी।
कप्तानी के अनुभव पर जडेजा की राय
जडेजा ने कहा, "यह एक कठिन अनुभव था। टी20 क्रिकेट में हर गेंद एक महत्वपूर्ण घटना होती है। यह मेरे लिए एक सीखने का अवसर था, और मैं बेहतर कर सकता था। जब टीम अच्छा प्रदर्शन नहीं करती, तो कप्तान के निर्णयों पर सवाल उठते हैं।" उन्होंने आगे कहा, "हम मैच हार रहे थे, और न बल्लेबाज और न ही गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। उस समय सब कुछ नकारात्मक लगने लगता है, जबकि जीत के समय वही निर्णय सही प्रतीत होते हैं।"
टेस्ट कप्तानी के बारे में जडेजा की सोच
भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी पर भी जडेजा ने अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, "टेस्ट कप्तानी अलग होती है। वहां हर गेंद को एक घटना के रूप में नहीं देखना होता। आपको गेंदबाज के अनुसार फील्डिंग प्लेसमेंट तय करनी होती है, न कि बल्लेबाज के अनुसार। मैंने धोनी भाई के साथ काफी क्रिकेट खेला है, उनकी सोच बहुत सरल होती है, लेकिन वे खेल को गहराई से समझते हैं।"
संन्यास से पहले टेस्ट कप्तान बनने की इच्छा
जब आर अश्विन ने जडेजा से पूछा कि वह रिटायरमेंट से पहले क्या हासिल करना चाहते हैं, तो उन्होंने कहा, "मैंने बाकी सब कुछ हासिल कर लिया है, अब केवल टेस्ट कप्तानी रह गई है। भारत का कप्तान बनना बहुत बड़ी बात है।" हालांकि, वर्तमान में स्थिति उनके पक्ष में नहीं है, क्योंकि इंग्लैंड दौरे पर पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला के लिए शुभमन गिल को कप्तान और ऋषभ पंत को उपकप्तान बनाया गया है। लेकिन जडेजा का यह बयान उनके इरादों को स्पष्ट करता है कि वे अभी भी टीम इंडिया की लाल गेंद की कप्तानी का सपना देख रहे हैं।