QS विश्व विश्वविद्यालय रैंकिंग 2026: भारत के शीर्ष 10 स्थायी संस्थान

QS विश्व विश्वविद्यालय रैंकिंग 2026 का अनावरण
गुरुवार को जारी QS विश्व विश्वविद्यालय रैंकिंग 2026 में दुनिया भर के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों को स्थान दिया गया है। इस बार भारत के कुल 54 संस्थान इस वैश्विक रैंकिंग में शामिल हुए हैं। इनमें से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए भारत में शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
स्थिरता स्कोर का महत्व
स्थिरता स्कोर एक संस्थान की कचरा प्रबंधन, ऊर्जा दक्षता, छात्र कल्याण, पारदर्शिता और नैतिक निर्णय लेने की क्षमता जैसे क्षेत्रों में भागीदारी को मापता है।
भारत के शीर्ष 10 संस्थान और उनके स्थिरता स्कोर
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली ने विश्व स्तर पर 123वां स्थान प्राप्त किया और इसका स्थिरता स्कोर 79.9 रहा।
दूसरे स्थान पर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई (IITB) है, जिसने 129वां स्थान प्राप्त किया और इसका स्थिरता स्कोर 75.2 है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास (IITM) ने 180वां स्थान प्राप्त किया और इसका स्थिरता स्कोर 73 है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर (IIT-KGP) ने 215वां स्थान प्राप्त किया और इसका स्थिरता स्कोर 77.8 है।
भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु ने 219वां स्थान प्राप्त किया और इसका स्थिरता स्कोर 66.3 है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर (IITK) ने 222वां स्थान प्राप्त किया और इसका स्थिरता स्कोर 74.7 है।
दिल्ली विश्वविद्यालय ने 328वां स्थान प्राप्त किया और इसका स्थिरता स्कोर 71.2 है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी (IITG) ने 334वां स्थान प्राप्त किया, जो शीर्ष 10 भारतीय संस्थानों में सबसे कम स्थिरता स्कोर 43 है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की (IITR) ने 339वां स्थान प्राप्त किया और इसका स्थिरता स्कोर 57.5 है।
अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई ने 465वां स्थान प्राप्त किया और इसका स्थिरता स्कोर 64.5 है।
भारत के उच्च शिक्षा में सुधार
इस वर्ष QS वैश्विक विश्वविद्यालय रैंकिंग में कुल आठ भारतीय विश्वविद्यालयों को पहली बार शामिल किया गया है, जो उच्च शिक्षा संस्थानों की गुणवत्ता में सकारात्मक वृद्धि को दर्शाता है।
इस वर्ष की QS वैश्विक विश्वविद्यालय रैंकिंग में आठ नए भारतीय विश्वविद्यालयों का प्रवेश, देश की उच्च शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता में सुधार को दर्शाता है।