राजस्थान में धर्मांतरण विरोधी कानून पर कांग्रेस का तीखा पलटवार
राजस्थान में राजनीतिक विवाद
राजस्थान के गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह भाईधाम ने कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर नए धर्मांतरण विरोधी कानून को लेकर आरोप लगाए हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने गुरुवार को एक कड़ा जवाब दिया। भाईधाम ने डोटासरा पर इस कानून का विरोध करने और इसके खिलाफ अशांति फैलाने का आरोप लगाया था।
खाचरियावास ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ रही है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा बार-बार हिंदू-मुस्लिम के मुद्दे को उठाकर जनता का ध्यान असली समस्याओं से भटकाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा राजस्थान में बढ़ती अपराध दर और कानून-व्यवस्था की समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए सांप्रदायिक विभाजन पैदा कर रही है। गृह राज्य मंत्री को राजनीतिक बयानबाजी करने के बजाय अपराध नियंत्रण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
खाचरियावास ने भाईधाम पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें राष्ट्रपति से पुरस्कार मिलना चाहिए, लेकिन अच्छे काम के लिए नहीं, बल्कि राज्य में अपराध की स्थिति की अनदेखी करते हुए राजनीतिक बयान देने के लिए।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार धर्मांतरण विरोधी कानून का उपयोग राजनीतिक हथियार के रूप में कर रही है। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल वैध आलोचना को उकसावे का नाम देकर असहमति की आवाज़ों को दबाने की कोशिश कर रहा है।
खाचरियावास ने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस ऐसे कानूनों का समर्थन करती है जो व्यक्तियों को जबरन धर्म परिवर्तन से बचाते हैं, लेकिन राजनीतिक लाभ के लिए उनके दुरुपयोग का विरोध करती है। उन्होंने राज्य सरकार से पुलिस व्यवस्था को मजबूत करने और जन सुरक्षा में सुधार लाने की अपील की।
इस बयान ने भाजपा और कांग्रेस के बीच धर्म, कानून-व्यवस्था और शासन से जुड़े मुद्दों पर राजनीतिक टकराव को और बढ़ा दिया है।
