महाराष्ट्र में BMC चुनाव की तैयारी: उद्धव ठाकरे और जयंत पाटिल की बैठक
सियासी रणनीति का निर्माण
महाराष्ट्र में आगामी मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। महाविकास अघाड़ी (MVA) इस चुनाव में एकजुट होकर बीजेपी को चुनौती देने की योजना बना रही है। हाल ही में, एनसीपी के वरिष्ठ नेता जयंत पाटिल ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की।
बैठक के बाद, पाटिल ने कहा कि एनसीपी (शरद पवार गुट) मुंबई में शिवसेना (UBT) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि बातचीत सकारात्मक रही और कांग्रेस के साथ भी संवाद जारी है। पाटिल के अनुसार, यदि MVA एकजुट होकर चुनाव में उतरे, तो बीजेपी को कड़ी चुनौती दी जा सकती है।
कांग्रेस को छोड़कर नया गठबंधन?
राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि बीएमसी चुनाव में उद्धव ठाकरे, शरद पवार और राज ठाकरे का एक नया गठबंधन बन सकता है, जिसमें कांग्रेस को बाहर रखा जा सकता है। हालांकि, इस पर अभी कोई आधिकारिक निर्णय नहीं लिया गया है।
यदि कांग्रेस राज ठाकरे के साथ सहयोग नहीं करती है, तो उन्हें गठबंधन से बाहर किया जा सकता है। उद्धव, शरद पवार और राज ठाकरे के बीच सहमति बन गई है, अब केवल कांग्रेस का निर्णय बाकी है।
पुणे-पिंपरी चिंचवड़ में अलग रणनीति
जयंत पाटिल ने बताया कि पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ नगर निगम चुनाव के लिए अलग रणनीति बनाई जा रही है। यहां दोनों एनसीपी गुटों के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की संभावना पर चर्चा चल रही है।
स्थानीय कार्यकर्ताओं की भावना भी यही है, लेकिन अन्य क्षेत्रों में प्राथमिकता MVA सहयोगियों के साथ बने रहने की होगी।
एनसीपी विलय की अटकलें खारिज
जयंत पाटिल ने एनसीपी के संभावित विलय की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि पार्टी स्तर पर ऐसी कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि महायुति के नेता इस तरह की बातें कर रहे हैं, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा है।
पाटिल ने कहा कि मुंबईवासियों के सामने विकास और अन्य गंभीर समस्याएं हैं, और चुनाव विकास के मुद्दों पर होने चाहिए, न कि धर्म या जाति के आधार पर।
गठबंधन में शामिल करने की कोशिश
शिवसेना (UBT) नेता सचिन अहीर ने कहा कि शरद पवार गुट की एनसीपी को यूबीटी शिवसेना और एमएनएस के संभावित गठबंधन में शामिल करने की कोशिश जारी है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर अजीत पवार गुट सत्ता में रहते हुए किसी गठबंधन में शामिल होता है, तो यूबीटी शिवसेना उसका हिस्सा नहीं बनेगी।
मेयर मराठी मानुस का होना चाहिए
राशिद मामू के पार्टी में शामिल होने पर अहीर ने कहा कि वे औरंगाबाद के पूर्व मेयर हैं। पार्टी में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन यह आंतरिक मामला है।
बीएमसी मेयर पद को लेकर अहीर ने दोहराया कि शिवसेना (UBT) का स्पष्ट रुख है कि मुंबई का मेयर मराठी मानुस होना चाहिए।
