भाजपा नेता का ममता बनर्जी पर हमला, बंगाल चुनाव में तृणमूल का सफाया होगा

पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की हालिया टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने आगामी विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस के सफाए की भविष्यवाणी की। ममता ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उन्हें हेलीकॉप्टर का उपयोग करने से रोका गया। दोनों नेताओं के बीच यह टकराव चुनावी माहौल को और गरमा रहा है। जानें इस राजनीतिक संघर्ष के पीछे की पूरी कहानी और क्या है चुनाव आयोग की भूमिका।
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भाजपा नेता का ममता बनर्जी पर हमला, बंगाल चुनाव में तृणमूल का सफाया होगा

भाजपा अध्यक्ष का ममता पर निशाना

पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की 'मेरे साथ खेलने की कोशिश मत करो' टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस का पूरी तरह से सफाया हो जाएगा। यह टिप्पणी उस समय आई है जब भाजपा ने राज्य में विशेष गहन पुनरीक्षण (SRI) को लेकर केंद्र और चुनाव आयोग पर लगातार हमले किए हैं।


भट्टाचार्य ने कहा कि किसी संवैधानिक संस्था को चुनौती देना मुख्यमंत्री के पद के अनुरूप नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया, "यदि संविधान को चुनौती दी जाती है, तो संविधान भी उसी भाषा में जवाब देगा।"


ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया

भट्टाचार्य ने आगे कहा कि ममता को पहले पश्चिम बंगाल भाजपा को समाप्त करके दिखाना चाहिए, तभी वे पूरे देश में भाजपा को चुनौती दे पाएंगी। ममता बनर्जी ने भाजपा नीत केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि राज्य में चुनाव अभी बाकी हैं, लेकिन टकराव पहले ही शुरू हो चुका है।


बनगांव में एक रैली में बोलते हुए, बनर्जी ने आरोप लगाया कि उन्हें हेलीकॉप्टर का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी गई, जिससे उनकी यात्रा में देरी हुई। उन्होंने भाजपा को चेतावनी दी कि उनसे मुकाबला करने की कोई भी कोशिश सफल नहीं होगी।


ममता का चुनावी माहौल पर बयान

बनर्जी ने सभा में कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि वे सरकारी हेलीकॉप्टर का उपयोग कर सकेंगी, लेकिन सुबह 10 बजे उन्हें बताया गया कि हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भरेगा। उन्होंने कहा कि चुनाव अभी शुरू नहीं हुआ है, लेकिन टकराव पहले ही शुरू हो चुका है।


उन्होंने भाजपा को चेतावनी दी कि उनके साथ खेलने की कोशिश न करें, क्योंकि वे ममता से मुकाबला नहीं कर पाएंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार एसआईआर प्रक्रिया का विरोध नहीं करती है, लेकिन असली मतदाताओं को नहीं हटाया जाना चाहिए।


चुनाव आयोग की गतिविधियाँ

चुनाव आयोग 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मतदाता सूचियों के एसआईआर के दूसरे चरण का संचालन कर रहा है, जिसकी अंतिम मतदाता सूची 7 फ़रवरी, 2026 को प्रकाशित की जाएगी।