बीजेपी में अध्यक्ष पद के लिए नए नामों की चर्चा, मनोज सिन्हा और धर्मेंद्र प्रधान के नाम प्रमुख

भारतीय जनता पार्टी में अध्यक्ष पद के लिए नए नामों की चर्चा तेज हो गई है। जेपी नड्डा के कार्यकाल के बाद मनोज सिन्हा, धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव जैसे नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। क्या ये नेता पार्टी की दिशा को बदलने में सक्षम होंगे? जानें पूरी कहानी में।
 | 
बीजेपी में अध्यक्ष पद के लिए नए नामों की चर्चा, मनोज सिन्हा और धर्मेंद्र प्रधान के नाम प्रमुख

नई दिल्ली में बीजेपी में बदलाव की प्रक्रिया

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी में संगठनात्मक बदलाव की प्रक्रिया एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच गई है। एक समाचार रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव जून के तीसरे या चौथे सप्ताह में होने की संभावना है।


इसके लिए आवश्यक चुनावी प्रक्रिया जून के दूसरे सप्ताह से शुरू हो सकती है।


बीजेपी अध्यक्ष के लिए चर्चा का दौर


लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों के बाद से पार्टी संगठन के पुनर्गठन की प्रक्रिया चल रही है। वर्तमान में जेपी नड्डा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, जिनका कार्यकाल पहले ही एक बार बढ़ाया जा चुका है। नड्डा जनवरी 2020 में अध्यक्ष बने थे और उनका कार्यकाल 2023 में लोकसभा चुनाव तक के लिए बढ़ाया गया था। अब जब आम चुनाव संपन्न हो चुके हैं, पार्टी नेतृत्व में संभावित बदलाव को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।


इसके अलावा, पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह के करीबी जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को पार्टी संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका देने पर विचार किया जा रहा है। बीजेपी नेताओं का मानना है कि सिन्हा एक कुशल चुनावी रणनीतिकार हैं और उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।


मनोज सिन्हा को मिल सकती है नई जिम्मेदारी


एक और नाम जो हाल ही में चर्चा में आया है, वह जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का है। भाजपा के एक वरिष्ठ सूत्र के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी अप्रत्याशित निर्णय लेने के लिए जाने जाते हैं, इसलिए यदि मनोज सिन्हा को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाता है, तो यह आश्चर्यजनक होगा, लेकिन असंभव नहीं। सूत्रों का यह भी मानना है कि अगला अध्यक्ष अपेक्षाकृत युवा चेहरा हो सकता है। इसके साथ ही, मनोज सिन्हा को यूपी संगठन में भी जिम्मेदारी दी जा सकती है।


मनोज सिन्हा के करीबी लोगों के अनुसार, उपराज्यपाल के पद पर वह पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि जब तक जम्मू-कश्मीर में कोई सरकार का गठन नहीं हुआ था, तब तक वह एकल नेतृत्व की स्थिति से खुश थे, लेकिन अब वहां सरकार बन चुकी है। ऐसे में मनोज सिन्हा जम्मू-कश्मीर में अपनी स्थिति से संतुष्ट नहीं हैं। खबरों के अनुसार, 27 के चुनाव से पहले मनोज सिन्हा अब यूपी आने के लिए उत्सुक हैं। यदि वह उत्तर प्रदेश में आते हैं, तो त्रिकोणीय सिद्धांत का व्योम फिर से बन सकता है।


धर्मेंद्र प्रधान का नाम भी चर्चा में


धर्मेंद्र प्रधान का नाम भी अध्यक्ष पद के लिए चर्चा में है। उनके पास आरएसएस से जुड़ाव, संगठनात्मक दक्षता और चुनावी रणनीति में अनुभव जैसी कई विशेषताएँ हैं। वह वर्तमान में संबलपुर (ओडिशा) से सांसद हैं और भाजपा की चुनावी तैयारियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं।


भूपेंद्र यादव भी संभावित उम्मीदवार


राजस्थान से सांसद भूपेंद्र यादव को भी राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए एक मजबूत विकल्प माना जा रहा है। वे पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय का नेतृत्व कर रहे हैं और संगठनात्मक कार्यों में उनकी दक्षता के कारण उनका नाम भी प्रमुखता से लिया जा रहा है।