बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की शानदार जीत पर निशांत कुमार का बयान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे का आभार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार
बिहार विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की शानदार जीत के बाद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने राज्य की जनता का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह जीत उनके पिता द्वारा किए गए 20 वर्षों के कार्यों का फल है।
रविवार (16 नवंबर) को मीडिया से बातचीत में निशांत कुमार ने कहा, ‘मैं एनडीए को मिली इस बड़ी जीत के लिए बिहार की जनता का धन्यवाद करता हूं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘गठबंधन को सकारात्मक परिणामों की उम्मीद थी, लेकिन परिणाम हमारी अपेक्षाओं से भी बेहतर रहे हैं। हमारी सरकार जल्द ही बनने जा रही है। जनता का बहुत-बहुत धन्यवाद।’ निशांत ने यह भी कहा कि उनके पिता नीतीश कुमार को जनता ने उनके 20 साल के कार्यों का इनाम दिया है। उन्हें विश्वास है कि उनके पिता इस विश्वास को बनाए रखेंगे और विकास की प्रक्रिया को जारी रखेंगे।
VIDEO | Patna: On NDA victory in Bihar Assembly polls, CM Nitish Kumars son Nishant Kumar says, The result was better than expected. Its a gift that the public has given to my father. He will continue to do the good work for the development of the state.
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— Press Trust of India (@PTI_News) November 16, 2025
नीतीश कुमार के भाई की प्रशंसा
नीतीश कुमार के बड़े भाई ने की तारीफ
सतीश कुमार, नीतीश कुमार के बड़े भाई, ने भी मुख्यमंत्री के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘नीतीश कुमार को उनके कार्यों के लिए उपयुक्त जनादेश मिला है। उन्होंने सभी के लिए काम किया है और महिलाओं को सशक्त बनाने में अभूतपूर्व योगदान दिया है।’
नीतीश कुमार के स्वास्थ्य पर स्पष्टीकरण
नीतीश कुमार के स्वास्थ्य को लेकर कही ये बात
सतीश कुमार ने नीतीश कुमार के स्वास्थ्य से संबंधित चिंताओं को खारिज करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से गलत है। उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार रोजाना 10 बैठकें करते हैं। उन्होंने कहा, ‘अगर वह अस्वस्थ होते तो क्या वह इतना काम कर पाते?’ सतीश ने यह भी कहा कि एनडीए की ‘सुनामी’ ने बिहार में विपक्षी आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन को धूल चटा दी है।
एनडीए की सीटों की संख्या
एनडीए ने 202 सीटों पर दर्ज की जीत
बिहार चुनाव में बीजेपी 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी, जबकि जनता दल (जेडीयू) ने 85 सीटें हासिल कीं। सत्तारूढ़ गठबंधन के अन्य सहयोगियों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया, जिसमें लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने 19, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने 5 और राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने 4 सीटें जीतीं। एनडीए को कुल 202 सीटें मिलीं, जो 243 सदस्यीय विधानसभा में तीन-चौथाई बहुमत है। यह दूसरी बार है जब एनडीए ने विधानसभा चुनावों में 200 का आंकड़ा पार किया है। 2010 में एनडीए ने 206 सीटें जीती थीं।
महागठबंधन की स्थिति
35 सीटों पर सिमटा इंडिया महागठबंधन
आरजेडी और कांग्रेस सहित महागठबंधन के दलों को बड़ा झटका लगा। महागठबंधन को केवल 35 सीटें मिलीं, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने 25, कांग्रेस ने 6, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (लिबरेशन) ने 2, भारतीय समावेशी पार्टी ने 1 और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने 1 सीट जीती। इसके अलावा ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने 5 और बहुजन समाज पार्टी ने 1 सीट पर जीत दर्ज की।
