तेजस्वी यादव के बयान पर रविशंकर प्रसाद का तीखा जवाब
भाजपा नेता का तेजस्वी पर पलटवार
राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा चुनाव आयोग को 'मृत' और 'औज़ार' कहने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के सभी महत्वपूर्ण संस्थानों पर हमला करने की आदत है। प्रसाद ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि विधानसभा चुनाव जंगल राज और सुशासन के बीच की लड़ाई है।
उन्होंने यह भी कहा कि जब भी राहुल गांधी या उनके सहयोगी दलों को अपनी इच्छानुसार परिणाम नहीं मिलते, तो वे चुनाव आयोग, अदालतों, और अन्य संस्थाओं के खिलाफ नकारात्मक टिप्पणियाँ करने लगते हैं।
प्रसाद ने आगे कहा कि यह चुनाव जंगल राज और सुशासन के बीच का संघर्ष है। तेजस्वी यादव अपने पिता की कुशासन और भ्रष्टाचार की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब नीतीश कुमार ने लालू परिवार से अलग होने का निर्णय लिया, तब उन्होंने बिहार में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कोई जवाब नहीं दिया।
तेजस्वी का उद्योगों पर सवाल
तेजस्वी यादव ने यह सवाल उठाया कि उद्योग केवल भाजपा शासित राज्यों में ही क्यों स्थापित हो रहे हैं, जबकि बिहार या तमिलनाडु में ऐसा नहीं हो रहा। इस पर प्रसाद ने कहा कि तेजस्वी को अपने होमवर्क पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
प्रसाद ने कहा, "आप मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि आप कभी बनेंगे नहीं।"
इससे पहले, तेजस्वी यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के आंकड़े न प्रकाशित करने पर चुनाव आयोग से स्पष्टीकरण मांगा और इसे 'मृत' और 'औज़ार' बताया।
मतदान के आंकड़ों पर सवाल
तेजस्वी ने कहा कि पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को हुआ था, और अब 10 नवंबर है। चार दिन बीत जाने के बाद भी आंकड़े सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। उन्होंने सवाल किया कि मतदान के आंकड़े क्यों छिपाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, "भाजपा अपने पापों को छिपाने की कोशिश कर रही है और चुनाव आयोग भी इसी में शामिल है।" बिहार चुनाव के पहले चरण में रिकॉर्ड 65.08 प्रतिशत मतदान हुआ, जो राज्य के इतिहास में सबसे अधिक है।
