कांग्रेस में नेतृत्व संघर्ष पर भाजपा सांसद महेश कश्यप की टिप्पणी
भाजपा सांसद महेश कश्यप ने प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर चल रहे विवाद पर टिप्पणी की है। उन्होंने कांग्रेस की अंतर्कलह और सत्ता संघर्ष के नए अध्याय की ओर इशारा किया है। पूर्व मंत्री रवीन्द्र चौबे के बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज की प्रतिक्रिया ने इस विवाद को और बढ़ा दिया है। कश्यप ने सवाल उठाया है कि क्या वर्तमान नेतृत्व पद के योग्य है। यह स्थिति कांग्रेस में सत्ता के विछोह को दर्शाती है, जो समय-समय पर इस तरह के बयानों के माध्यम से सामने आती है।
Aug 27, 2025, 19:29 IST
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कांग्रेस में अंतर्कलह का नया अध्याय
भारतीय जनता पार्टी के बस्तर लोकसभा क्षेत्र के सांसद महेश कश्यप ने प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर चल रही नई विवाद पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विचारों और मुद्दों के स्तर पर इतनी खोखली हो गई है कि अब वह अंतर्कलह के नए अध्याय लिख रही है। पूर्व मंत्री रवीन्द्र चौबे के बयान के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज की प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश कांग्रेस में 'पीसीसी' (प्रदेश कांग्रेस कमेटी) और 'बीसीसी' (भूपेश कांग्रेस कमेटी) के बीच सत्ता संघर्ष का एक नया दौर शुरू हो गया है।
भाजपा सांसद कश्यप ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस में अध्यक्ष बैज और नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बैठक में कमजोर नेतृत्व का आरोप लगाया था, जिसमें प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट भी शामिल थे। बघेल ने कभी मोहन मरकाम को अध्यक्ष पद से हटाने के लिए बैज को आगे किया था, और अब उन्हीं पर निशाना साधा जा रहा है। यह स्पष्ट है कि यह अभियान पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के इशारे पर चल रहा है, जो अपनी राजनीतिक उपेक्षा के कारण 'एकाकी लोकतंत्र' की स्थिति में हैं।
पूर्व मंत्री चौबे का बयान सोच-समझकर दिया गया होगा या उन्हें ऐसा कहने के लिए प्रेरित किया गया होगा। कश्यप ने सवाल उठाया कि क्या वर्तमान प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व, दीपक बैज और नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पद के योग्य नहीं हैं? चौबे के बयान के बाद पार्टी के भीतर जो तनाव उत्पन्न हुआ है, वह कांग्रेस में सत्ता के विछोह से उपजी बेचैनी को दर्शाता है, जो समय-समय पर इस तरह के बयानों के माध्यम से सामने आती है।