कांग्रेस ने चुनाव आयोग से की मांगें, राहुल गांधी को चर्चा के लिए बुलाया

कांग्रेस पार्टी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए चुनाव आयोग से कई महत्वपूर्ण मांगें की हैं। इनमें वोटिंग लिस्ट की डिजिटल कॉपी और मतदान के दिन की वीडियो फुटेज शामिल हैं। राहुल गांधी को इन मुद्दों पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से सवाल उठाए हैं कि वोटिंग लिस्ट उपलब्ध कराने में देरी क्यों हो रही है। इस पत्र के माध्यम से कांग्रेस ने चुनावों की स्वतंत्रता और निष्पक्षता पर भी ध्यान केंद्रित किया है।
 | 
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से की मांगें, राहुल गांधी को चर्चा के लिए बुलाया

कांग्रेस की चुनावी रणनीति

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर, कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग के प्रति अपनी चिंताओं को व्यक्त किया है। इस सिलसिले में, कांग्रेस ने आयोग को एक पत्र भेजा, जिसका जवाब चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को दिया। आयोग ने उन्हें 2024 के चुनावों के आयोजन से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया।


कांग्रेस की मांगें

कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनावों के संदर्भ में कई मांगें रखी हैं। इनमें महाराष्ट्र की वोटिंग लिस्ट की डिजिटल कॉपी और मतदान के दिन की वीडियो फुटेज की मांग शामिल है।


पत्र में उठाए गए मुद्दे

कांग्रेस ने कहा कि चुनाव आयोग के लिए इन मांगों को मानना आसान होना चाहिए। यह पत्र कांग्रेस की 8 सदस्यीय ईगल समिति द्वारा भेजा गया था, जिसका उद्देश्य देश में चुनावों की निगरानी करना है। पत्र में उल्लेख किया गया है कि दिसंबर 2024 के बाद से, इंडिया गठबंधन के नेताओं ने कई पत्रों और प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से वोटर्स की संख्या में वृद्धि और मतदान के दिन शाम 5 बजे के बाद वोटिंग में तेजी को लेकर सवाल उठाए हैं।


चुनाव आयोग से सवाल

कांग्रेस ने चुनाव आयोग से यह भी पूछा कि वोटिंग लिस्ट उपलब्ध कराने के बजाय, आयोग अन्य प्रतिक्रियाओं और मीडिया लीक में क्यों लगा हुआ है। पत्र में यह सवाल उठाया गया कि क्या आयोग के पास वोटिंग लिस्ट हैं या नहीं, और मतदान के दिन का वीडियो फुटेज न उपलब्ध कराना संदेह को बढ़ाता है।


राहुल गांधी की बैठक

पत्र में यह भी कहा गया है कि कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व, जिसमें राहुल गांधी शामिल हैं, चुनाव आयोग से अपनी मांगों के पूरा होने के बाद मिलेंगे। इस बैठक में, वे अपने विश्लेषण के परिणाम भी प्रस्तुत करेंगे। बुधवार को यह जानकारी सामने आई कि चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया है, और यह सुनिश्चित किया है कि चुनाव कानूनों के अनुसार हों।