कर्नाटका में कांग्रेस के भीतर उठी राजनीतिक हलचल, विधायक का वीडियो हुआ लीक

कर्नाटका में कांग्रेस पार्टी के उपमुख्यमंत्री द्वारा एकजुटता की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद, विधायक बीआर पाटिल का लीक हुआ वीडियो राजनीतिक हलचल का कारण बन गया है। इस वीडियो में पाटिल ने सिद्धारमैया की किस्मत और पार्टी के भीतर के शक्ति संतुलन पर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इस स्थिति ने पार्टी के भीतर आंतरिक विवाद की अटकलों को बढ़ा दिया है, जबकि अन्य नेता इस मुद्दे पर अपनी राय रख रहे हैं। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और इसके संभावित परिणाम।
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कर्नाटका में कांग्रेस के भीतर उठी राजनीतिक हलचल, विधायक का वीडियो हुआ लीक

कांग्रेस विधायक ने किए चौंकाने वाले खुलासे

कर्नाटका के उपमुख्यमंत्री द्वारा यह घोषणा करने के कुछ घंटे बाद कि कांग्रेस पार्टी 'एकजुट' है और कोई आंतरिक गुट नहीं हैं, एक वरिष्ठ पार्टी नेता का लीक हुआ वीडियो राजनीतिक हलचल का कारण बन गया है। इस वीडियो में विधायक बीआर पाटिल फोन पर बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं, जिसने कर्नाटका में नेतृत्व परिवर्तन और शक्ति संतुलन में बदलाव की अटकलों को बढ़ा दिया है।


पाटिल का बयान

इस वीडियो में, जो पाटिल की मंड्या यात्रा के दौरान रिकॉर्ड किया गया था, वह यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि कर्नाटका के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की किस्मत अच्छी थी, इसलिए वह मुख्यमंत्री बने। विधायक ने यह भी दावा किया कि उन्होंने सिद्धारमैया को सीपीपी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलवाया था। पाटिल ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला के साथ वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य पर चर्चा की।


डीके शिवकुमार का बयान

इस बीच, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि कांग्रेस में कोई गुट नहीं हैं और पार्टी एकजुट है। उन्होंने कहा कि पार्टी स्थानीय निकाय चुनावों और 2028 विधानसभा चुनावों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। शिवकुमार ने यह भी कहा कि वह नहीं चाहते कि कोई विधायक उनके लिए बोलें, और पार्टी के उच्च नेतृत्व को वर्तमान स्थिति पर आवश्यक कार्रवाई करने का अधिकार है।


आंतरिक विवाद की अटकलें

कर्नाटका कांग्रेस इकाई के भीतर आंतरिक विवाद की अटकलें मंत्री केएन राजन्ना की हालिया टिप्पणियों के बाद बढ़ गई हैं। राजन्ना ने पार्टी के राज्य इकाई में कई शक्ति केंद्रों के उभरने का दावा किया। उन्होंने यह भी कहा कि कई लोग महसूस करते हैं कि आज का सिद्धारमैया 2013 से 2018 के बीच के सिद्धारमैया के समान नहीं हैं।


खरगे का बयान

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पार्टी के रुख को स्पष्ट करने के लिए आगे आना पड़ा। उन्होंने कहा कि पार्टी का उच्च नेतृत्व इन मामलों को संभालता है और कोई नहीं जानता कि वहां वास्तव में क्या हो रहा है।